भ्रष्टाचार के खिलाफ नरेंद्र मोदी सरकार को एक और सफलता मिली है। भारतीय एजेंसियां अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले में एक आरोपी राजीव सक्सेना को दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत ले आई हैं। 3600 करोड़ के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले में सक्सेना ने कथित तौर पर 'दलाल' की भूमिका निभाई थी। 

सक्सेना के साथ-साथ एजेंसियां मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी कॉर्पोरेट लॉबिस्ट दीपक तलवार का प्रत्यर्पण कराने में भी सफल रही हैं। सूत्रों का कहना है कि दोनों आरोपी देर रात भारत पहुंच जाएंगे। 

अभी तक के अन्य ऑपरेशनों की तरह इस मामले में योजना और क्रियान्वयन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के आदेश पर किया गया। सक्सेना की वकील गीता लूथरा और प्रतीक यादव ने मीडिया को कहा, 'यूएई की सुरक्षा एजेंसियों ने राजीव सक्सेना को सुबह 9.30 बजे (यूएई के टाइम के अनुसार) उनके घर से गिरफ्तार किया और गलत तरीके से शाम 5.30 बजे (यूएई के टाइम के अनुसार) भारत को प्रत्यर्पित करने की कोशिश की।'

सक्सेना के वकीलों का दावा है कि यूएई में प्रत्यर्पण की कार्रवाई पूरी नहीं की गई। सक्सेना को उनके परिवार और वकीलों से मिलने नहीं दिया जा रहा। यही नहीं उन्हें रोजमर्रा की दवाई भी नहीं लेने दी जा रही हैं। सक्सेना को दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एक निजी टर्मिनल से प्राइवेट जेट में बैठाया गया है।