नई दिल्ली। कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाली अलका लांबा की विधायकी चली गई है। वह चांदनी चौक से आप की विधायक थी और पिछले दिनों ही वह कांग्रेस में शामिल हुई थी। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले में जल्दी फैसला लिया। जबकि वह अपने विधायकों को पिछले तीन साल से बचाने में लगे हैं।

फिलहाल चांदनी चौक से आप के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीती अलका लांबा को अयोग्य घोषित कर दिया है। आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने विधानसभा अध्यक्ष के सामने अलका लांबा को अयोग्य घोषित करने की याचिका लगाई। जिसके बाद उनकी विधायकी को रद्द कर दिया है। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने अलका लांबा को अयोग्य घोषित किया।

पिछले दिनों ही अलका लांबा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और इसके कुछ दिनों बाद ही उन्होंने ट्विटर के जरिए अपना इस्तीफा आम आदमी पार्टी को भेजा था। असल में कभी अलका लांबा आप नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की करीबी मानी जाती थी। लेकिन बाद में दोनों के बीच रिश्ते खराब हो गए। इसके बाद अलका आम आदमी पार्टी और केजरीवाल  पर लगातार हमले कर रही थी।

लेकिन आप ने  उन्हें पार्टी से नहीं निकाला। यही नहीं पार्टी छोड़ने से पहले अलका ने कहा था कि उसके शरीर में कांग्रेस का खून है। इसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि अलका जल्द ही कांग्रेस में जा सकती है। दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में अलका का जाना आप के  लिए झटका है। हालांकि ये तो तय था कि अलका की विधायकी जा सकती है।