नई दिल्ली। दिल्ली के कोरोनावायरस की चिंताजनक स्थिति से निपटने के लिए गृह मंत्री अमित शाह की कार्रवाई का असर दिखने लगा है। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें दिल्ली में कोरोना वायरस से निपटने के लिए कई योजनाओं पर सहमति बनी। अब गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशों के अनुसार, ये योजनाएं जमीनी स्तर पर आने लगी हैं। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को ट्विटर पर केंद्र द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी है। इसमें कहा गया है कि 15 नवंबर को गृह मंत्री अमित शाह की बैठक के बाद दिल्ली में डोर-टू-डोर कोरोना परीक्षण की योजना तैयार की गई है।

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को ट्विटर पर इन कदमों के बारे में जानकारी दी है। इसमें कहा गया है कि 15 नवंबर को गृह मंत्री अमित शाह की बैठक के बाद दिल्ली में डोर-टू-डोर कोरोना परीक्षण की योजना तैयार की गई है। इसे 25 नवंबर से शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही, केंद्रीय सशस्त्र बल (CAPF) को अतिरिक्त डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को दिल्ली भेजने के लिए भी कहा गया था। यह बताया गया है कि इसके तहत, 45 डॉक्टर और 160 पैरामेडिक्स पहले ही CAPF से दिल्ली पहुँच चुके हैं।

उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट के पास डीआरडीओ अस्पताल और छतरपुर के पास कोविद केयर सेंटर में तैनात किया जाएगा। बाकी डॉक्टर और कर्मचारी अगले कुछ दिनों में पहुंचेंगे। गृह मंत्रालय ने यह भी बताया कि DRDO दिल्ली एयरपोर्ट के पास स्थित कोविद हॉस्पिटल्स में अगले 3 से 4 दिनों में 250 ICU बेड और 35 BiPAP बेड जोड़ेगा। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशों के अनुसार, गृह मंत्रालय 10 बहु-विषयक टीमें गठित कर रहा है, जो दिल्ली के 100 निजी अस्पतालों में जाएंगी और वहां आईसीयू बेड और कोरोना परीक्षण से संबंधित जानकारी एकत्र करेंगी।