उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में निवेशकों को लुभाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा दूसरी बार आयोजित किए गए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ को प्रदेश की कमान सौंपे जाने का सबसे बड़ा राज खोला। उन्होंने कहा कि योगी को सीएम बनाने को लेकर कई लोगों ने आपत्तियां की थी। लेकिन पीएम मोदी और मुझे विश्ववास था कि योगी प्रदेश को विकास की दिशा में आगे ले जाएंगे।

कार्यक्रम की शुरूआत में अपने भाषण में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह खुश हैं कि उन्होंने यूपी की कमान योगी आदित्यनाथ को सौंपी। जबकि उनको कमान सौंपे जाने के वक्त कई लोगों ने सवाल खड़े किए थे कि एक सन्यासी इतने बड़े प्रदेश को कैसे संभालेगा।

क्योंकि वह कभी मंत्री नहीं रहे और कभी उन्होंने कोई सरकार नहीं चलाई और उन्हें देश के सबसे बड़े प्रदेश की कमान सौंपी जा रही है। तो शाह ने कहा कि उन्हें भरोसा था कि योगी इस प्रदेश को सबसे अच्छे ढंग से चलाएंगे।

लिहाजा उन्हें राज्य की कमान दी गयी। उन्होंने कहा कि आज जब  यूपी का विकास देखता हूं तो मुझे अपने फैसले पर गर्व होता है। उन्होंने कहा कि योगी का सन्यासी होना ही सबसे बड़ा गुण था।

दूसरी बार प्रदेश में हो रहे सेरिमनी का उदघाटन के वक्त आज अमित शाह ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की। असल में प्रदेश में इस सेरेमनी की शुरूआत पिछले साल हुई और इसका उदघाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया।

उस वक्त इसके जरिए 60 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ था और इस बार 65 हजार करोड़ के निवेश की नींव रखी गई। केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद आज पहली बार अमित शाह प्रदेश के दौरे पर हैं। इससे पहले वह चुनावों में ही प्रदेश आए थे।

 अमित शाह ने कहा कि किसी को उम्मीद नहीं थी योगीजी प्रदेश के सीएम बनेंगे। लोग सवाल उठाते थे कि उन्होंने एक नगरपालिका तक तो चलाई नहीं और वह सन्यासी हैं और उन्हें इतने बड़े राज्य का सीएम बनाया जा रहा है।

लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी को किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश में थे जो काम को लेकर दृढ़ हो और कठिन परिश्रम करने की क्षमता रखता हो। लिहाजा इन मापदंडों को देखते हुए प्रदेश की कमान योगी जी को सौंपी और वो हम लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की शुरूआत सबसे पहले गुजरत में हुई थी। लेकिन आज उत्तर प्रदेश के अंदर एक नई शुरुआत हुई है। इससे देश के सबसे बड़े प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी तो रोजगार के  नए अवसर पैदा होंगे।