नई दिल्ली। दिल्ली हिंसा में मारे गए आईबी के अफसर अंकित शर्मा आप के पार्षद और दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन के आतंकी कनेक्शन की जांच कर रहे थे। अंकित शर्मा के बारे में कहा जा रहा था कि वह स्थानीय होने के नाते जाफराबाद में एनआईए के दबिश के अहम कड़ी थे। लिहाजा ताहिर हुसैन की नजर में थे। ये दावा भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने किया है और सवाल उठाया है कि कहीं ताहिर हुसैन के आतंकी कनेक्शन की वजह से तो अंकित शर्मा की हत्या नहीं की गई। हालांकि इसको लेकर कई तरह के सवाल उठाए गए हैं।

गौरतलब है कि दिल्ली हिंसा में आईबी के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या की गई है। उन्हें चाकूओं के गोदा गया है। इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम में हुई है। जो इस बात का सबूत है कि किसी दुश्मनी के कारण उनकी हत्या की गई है। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है। दंगाईयों ने अंकित शर्मा को दंगाईयों ने क्यों मारा। वहीं अंकित शर्मा की हत्या में उनके परिजनों ने ताहिर हुसैन को आरोपी बनया गया है और उसके घर से हथियारों का जखीरा भी मिला है। जिससे इस बात की पुष्टि हो रही है कि ताहिर हुसैन ने पूरे इलाके में हिंसा फैलाने में अहम भूमिका निभाई।

अब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर सवाल उठाया है कि क्या ताहिर हुसैन के आतंकी कनेक्शन के कारण तो अंकित शर्मा की हत्या तो नहीं की गई है। स्वामी ने कहा कि वह बांग्लादेशी आतंकवादियों के साथ ताहिर हुसैन के संबंधों की जांच कर रहे थे और ऐसे में जांच अहम इसलिए भी हो जाती है कि कहीं इसकी के चलते अंकित शर्मा को निशाना  बनाया गया हो। ताहिर हुसैन महज बीस साल में करोड़पति बन गया था।

जबकि महज बीस साल पहले ही वह दिल्ली में मजदूरी करने आया था और आज दिल्ली में उसने करोड़ों की संपत्ति बना ली थी।  इसको लेकर भी उसके गांव के लोग शक जता रहे थे। उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांदबाग इलाके में हुई हिंसा के बाद पुलिस की जांच में आप नेता ताहिर हुसैन की बिल्डिंग के छत से पेट्रोल बम और ईंट-पत्थर भी मिले हैं। जो वीडियो सामने आए हैं उसमें ताहिर साफ नजर आ रहा है।