नई दिल्ली। अमेरिका ने पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका दिया है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपेयो 24 जून को भारत की यात्रा पर हैं और उससे पहले अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवाद को लेकर कड़ी फटकार लगाई है। अमेरिकी विदेश मंत्री भारत के साथ ही श्रीलंका जा रहे हैं। लेकिन उन्होंने पाकिस्तान से दूरी बनाकर रखी है। अमेरिका ने कहा कि पाकिस्तान के राजनयिकों को दिए जाने वाले टैक्स में छूट को खत्म कर दिया है। वहीं अमेरिका ने कहा है कि आतंकवाद पर पाकिस्तान का किसी भी तरह से समर्थन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अमेरिकी विदेश मंत्री के भारत दौर से पहले अमेरिका का ये रूख पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ा रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री अपनी भारत यात्रा के दौरान वह भारत से अपने संबंधों को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं। फिलहाल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवाद को लेकर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा कि पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को दिए जा रहे समर्थन को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अमेरिका ने इंडो पैसिफिक में रक्षा सहयोग को नई ऊचाइयों तक पहुंचाया है। असल में अमेरिका ने पाकिस्तान को हाल ही में झटका देते हुए पाकिस्तान के राजनयिकों को वहां पर टैक्स में दी जाने वाली छूट को खत्म कर दिय है। वहीं अब पाकिस्तान के राजनयिक वॉशिंगटन से महज 25 किलोमीटर दूर तक ही जा सकते हैं।

यानी वह इससे ज्यादा दूरी पर नहीं जा सकेंगे और अगर जाते हैं तो उसके लिए उन्हें अमेरिकी प्रशासन की अनुमति लेनी होगी। अमेरिका ने साफ किया है कि वॉशिंगटन में काम करने वाले पाकिस्तानी राजनयिकों इस तय सीमा से बाहर जाने की अनुमति नहीं है।

गौरतलब है कि पिछले साल ही पाकिस्तान से नाराज अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उसे दी जाने वाली 1.3 बिलियन डॉलर आर्थिक मदद को रोक दिया था। अमेरिका ने साफ किया था कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम नहीं उठा रहा है। 

अमेरिका विदेश मंत्री माइक पोंपेयो 24 जून को दिल्‍ली पहुंचेगे और इस दौरान उनकी मुलाकात पीएम नरेन्द्र मोदी समेत कई बड़े नेताओं के साथ ही। उधर बुधवार को पोंपेयो ने कहा कि इंडो-पैसेफिक रीजन में अमेरिकी सरकार अपने संबंधों को और ज्यादा मजबूत कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका भविष्य में दोनों देशों के लिए फायदेमंद सांझेदारी का निर्माण कर सकते हैं। पोंपेयो भारत के बाद श्रीलंका और फिर जापान भी जाएंगे।