एंटीगुआ में रह रहे पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले आर्थिक भगोड़े मेहुल चोकसी को एंटीगुआ सरकार ने भारत को सौंपने की तैयारी शुरू कर दी है। चोकसी को कभी भारत को सौंपा जा सकता है। मंगलवार को ही एंटीगुआ सरकार ने उनकी नागरिकता रद्द करने का ऐलान किया था।

हीरा कारोबारी और आर्थिक अपराधी मेहुल चोकसी की एंटीगुआ में मुश्किलें बढ़ गई हैं। हालांकि चोकसी को लग रहा था कि वह एंटीगुआ में सुरक्षित है। लेकिन भारत सरकार के एंटीगुआ सरकार पर दबाव के बाद वहां के पीएम गैस्टन ब्राउनी ने मंगलवार को उसकी नागरिकता रद्द करने का ऐलान किया था। ब्राउनी साफ किया था किसी अपराधी की उनके देश में कोई जगह नहीं है।

लिहाजा उसकी नागरिकता रद्द की जा रही है। लेकिन अब एंटीगुआ सरकार ने चोकसी को भारत को प्रत्यर्पित करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए भारतीय एजेंसियां भी एंटीगुआ सरकार के संपर्क में है। वह कभी भी भारत को सौंपा जा सकता है। फिलहाल एंटीगुआ सरकार ने कहा कि चोकसी को भी अपनी  रखने का अधिकार है, लेकिन वह एक आर्थिक अपराधी है।

उन्होंने कहा कि जब चोकसी ने एंटीगुआ की नागरिकता ली थी, उस वक्त उनसे घोषणा की थी कि उसके खिलाफ कोई केस नहीं है। जिसके बाद उसे नागरिकता दे दी थी। फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई को चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी को भारत लाना है। ताकि पीएनबी घोटाले में पूछताछ की जा सके।

नीरव मोदी लंदन की जेल में है और उसे वहां की कोर्ट ने जमानत नहीं दी है। उधर  ईडी ने बंबई उच्च न्यायालय को बताया है कि वह चोकसी का दावा है कि वह बीमार है। लिहाजा भारत लाने के लिए एक एयर एम्बुलेंस तैयार है। क्योंकि चोकसी का कहना था कि वह मुकदमे से बचने के लिए नहीं, बल्कि चिकित्सकीय उपचार के लिए एंटीगुआ में है।