Rajasthan Election 2023 : बीजेपी ने राजस्थान असेम्बली इलेक्शन में वर्तमान एमपी यानी सांसदों को भी मैदान में उतारा है। 2 दिन पहले जारी हुई कैंडिडेट्स की लिस्ट में 7 सांसदों को एमएलए का चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया है। उन्हीं सांसदों में अलवर से सांसद बालक नाथ भी शामिल हैं। उन्हें तिजारा विधानसभा सीट से कैंडिडेट बनाया गया है। अब, बालक नाथ को राजस्थान का सीएम बनाने के लिए हरियाणा के रोहतक में आवाज उठी है। संत समाज ने गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह के सामने यह डिमांड की है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, हरियाणा के रोहतक में बाबा मस्तनाथ पीठ एक धार्मिक आयोजन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी पहुंचे थे।‌ फेमस सिंगर कैलाश खेर ने भी अपनी कला से सबका मन मोहा। प्रोग्राम में कई बड़े मठों के पीठाधीश्वर भी मौजूद थे। पीठ के मंहत चांद नाथ के संपर्क में आए बालक नाथ ने उनकी अंतिम समय में काफी सेवा की। गृह मंत्री ने कहा कि दोनों लोगों का संपर्क अच्छा रहा है। अब सांसद बालकनाथ जी को विधायक बनाने जा रहे हैं। अमित शाह के द्वारा बालकनाथ का नाम लेते ही प्रोग्राम में मौजूद संत समाज ने बालक नाथ को राजस्थान का अगला सीएम बनाने की मांग पेश कर दी। हालांकि संतों की डिमांड पर ​अमित शाह ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबी हैं बालक नाथ

आपको बता दें कि बीजेपी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार नया प्रयोग किया है। मध्य प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में सांसदों को विधायकी के चुनाव के लिए टिकट दिया गया है। इसकी वजह से ऐसे सांसदों की उनके ही घर में प्रतिष्ठा दांव पर है। सांसद बालक नाथ को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का बेहद करीबी भी माना जाता है। 

इन सांसदों का हो रहा विरोध

वैसे देखा जाए तो जयपुर समेत कई जगहों पर सांसदों का विरोध हो रहा है। स्थानीय बीजेपी नेताओं का कहना है कि बाहरी नेताओं को टिकट दिया गया है। सांसद दिया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ समेत देव जी पटेल भी विरोध का सामना कर रहे हैं।