रामपुर। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रामपुर में सपा सांसद आजम खान के खिलाफ चल रही जिला प्रशासन की कार्यवाही के विरोध में सम्मेलन बुलाया। लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि आजम खान ही इस सम्मेलन से गायब रहे। जबकि ये प्रदर्शन उनके समर्थन के लिए किया जा रहा था। क्योंकि आजम खान को डर है कि खुलकर सम्मेलन में जाने के बाद जिला प्रशासन उन्हें गिरफ्तार कर सकता है। अभी तक रामपुर में आजम खान के खिलाफ 82 मामले दर्ज हो चुके हैं।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को रामपुर में जिला प्रशासन के विरोध के लिए एक प्रदर्शन का आयोजन किया था। हालांकि ये प्रदर्शन पिछले मंगलवार को ही होना था। लेकिन मुहर्रम के चलते जिला प्रशासन ने अखिलेश यादव को रामपुर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी। जिसके बाद अखिलेश यादव ने शुक्रवार के लिए इस कार्यक्रम को करने का फैसला किया।

लेकिन इस प्रदर्शन में सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि इसमें आजम खान ही गायब रहे। इससे पहले भी जब सपा ने रामपुर में प्रदर्शन किया था तो उस वक्त भी आजम खान गायब रहे। हालांकि आजम खान ईद के मौके पर रामपुर में दिखाई दिए। लेकिन इसके बाद आजम कहां इसकी किसी को खबर नहीं है। अखिलेश यादव के प्रदर्शन से आजम खान का गायब होना कई तरह के सवाल छोड़ रहा है।

असल में आजम खान को अपनी गिरफ्तारी का डर सता रहा है।  क्योंकि जिला अदालत से उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई है। लिहाजा रामपुर पुलिस उन्हें कभी भी गिरफ्तार कर सकती है। आजम खान पर रामपुर में अभी तक कुल 82 मुकदमें दर्ज हो चुके हैं। यही नहीं आजम खान रामपुर में भूमाफिया भी घोषित कर दिए गए हैं। आजम खान ही नहीं बल्कि उनके पूरे परिवार पर कई मुकदमें दर्ज हैं। जिसके बाद आजम खान रामपुर नहीं आ रहे हैं।

हालांकि रामपुर में अखिलेश यादव प्रदर्शन करने गए थे। लेकिन उन्हें भी दो जगहों पर लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। क्योंकि ये लोग आजम खान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और इन लोगों का कहना था कि आजम खान ने उनकी जमीन पर कब्जा किया है। रामपुर के पूर्व जिला पंचायत अब्दुस सलाम ने आलिया गंज में किसानों के साथ अखिलेश यादव और आज़म खान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया वहीं बिलासपुर में अखिलेश यादव ओर आज़म खान के पुतले फूंके।