लखनऊ। समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से सांसद आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब आजम खान एक नई मुसीबत में घिर गए हैं। क्योंकि जिस सरकारी जमीन को आजम खान को लीज पर दिया गया था वहां से दो हजार से ज्यादा खैर के पेड़ गायब हैं जबकि जब जमीन दी गई थी तब ये करार हुआ था कि इन पेड़ों को काटा नहीं जाएगा।  

जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर सपा सांसद आजम खान की मुश्किलें और बढ़ती जा रही हैं। यूनिवर्सिटी को जमीन लीज पर दी गई थी और इसमें दो हजार से ज्यादा खैर के पेड़ थे जो अब वहां से गायब हैं। जबकि जब जमीन दी गई थी तब इन पेड़ों को न काटने का वादा विश्वविद्यालय ने किया था लेकिन अब एकाएक पेड़ गायब हो गए हैं और अब आजम खान की मुसीबत बनते जा रहे हैं।

लीज पर ली गई जमीन से पेड़ गायब होने के मामले में अब जांच होने वाली है। रामपुर जिला प्रशासन ने विश्वविद्यालय को समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान सैकड़ों एकड़ जमीन लीज पर ये कहकर दी थी यहां एक भी खैर के पेड़ नहीं काटे जाएंगे।  

यहां पर 2173 पेड़ खैर के थे लेकिन अब यहां पर एक भी नहीं बचा है। अब प्रशासन कह रहा है कि ये पेड़ कहां गए जबकि जब जमीन लीज पर ली गई थी ये करार हुआ था कि पेड़ों को नहीं काटा जाएगा लेकिन अब यहां पर एक भी पेड़ मौजूद नहीं है। लिहाजा अब पेड़ों पर ही आजम खान घिर गए हैं।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश आजम खान को भूमाफिया घोषित कर चुकी है और उन्हें अभी तक कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने उनके खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को रद्द करने से मना कर दिया है। जब तक राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार थी तब तक जौहर यूनिवर्सिटी में कोई ताक झांक नहीं सकता था। अब योगी सरकार वहां पर कई तरह की धांधलियां पकड़ी है। आजम खान के खिलाफ ईडी की भी जांच चल रही है।