अयोध्या--अयोध्या में राम मंदिर को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उससे जुड़े संगठनों ने अपनी सक्रियता तेज कर दी है। इसके लिए 25 नवंबर को आरएसएस अयोध्या में एक बड़ी रैली करने जा रहा है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी सरकार से कानून बनाकर राम मंदिर का निर्माण करने को कह चुके हैं।  

तो वहीं अब अयोध्या मंदिर-मस्जिद केस में बाबरी मस्जिद के प्रमुख पक्षकार इकबाल अंसारी ने संसद में कानून बना कर राम मंदिर मामले का हल निकालने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि अब इस विवाद को समाप्त करने के लिए कोर्ट से फैसला नही आता तो सरकार संसद मे कानून बना कर इसका जल्द हल निकाले। 

इकबाल अंसारी ने कहा, 'इस पर फैसला जल्द आना चाहिए। यह मांग हम लगातार करते आ रहे हैं। मेरे वालिद मो. हाशमी अंसारी भी सारी जिंदगी यही मांग करते रहे।' उन्होंने कहा, 'सरकार कानून बनाकर हल निकाले इसमें हमें कोई ऐतराज नहीं है। अब मंदिर-मस्जिद पर राजनीति बंद होनी चाहिए।'

 

उन्होंने कहा, 'जब चुनाव करीब आता है तो यह मुद्दा राजनीतिक बन जाता है। इसके लिए सरकार संसद मे कानून बना हल निकाले, यह भी स्वीकार है। यह विवाद अब समाप्त होना चाहिए।'

अयोध्या बाबरी मस्जिद के पक्षकार इक़बाल अंसारी के बड़े बयान ने सभी को चौंका दिया। उन्होंने कहा की अयोध्या के विवादित राम जन्मभूमि व बाबरी मस्जिद मुद्दे पर जब भी चुनाव आता है राजनीति तेज हो जाती है। अगर सरकार संसद में कानून बनाती है तो हमें कोई एतराज नहीं है, लेकिन इसका झगड़ा जल्द से जल्द खत्म हो।

इतना ही नहीं इकबाल ने भाजपा की तारीफ भी की। उन्होंने कहा की हम भाजपा को कभी दोषी नहीं मानते हैं। भाजपा की सरकार ठीक चल रही है।

वहीं, भाजपा के फायर ब्रांड नेता व राज्य सभा सदस्य विनय कटियार ने की इस समय राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने के सिवा कोई और फार्मूला नहीं है सरकार को चाहिए जिस तरह से सोमनाथ मंदिर के निर्माण के लिए सरदार पटेल ने कानून बनाया था उसी प्रकार से सरकार को संसद में बिल प्रस्तुत करना चाहिए अगर बिल गिरता है तो सभी के चेहरे बेनकाब हो जाएंगे कि कौन बाबर की औलाद है।

राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सतेंद्र दास ने इक़बाल के बयान का स्वागत करते हुए कहा कि इनके पिता की भी अंतिम समय में यही इच्छा थी, अब सरकार को जल्द से जल्द मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाना चाहिए।