यूपी की बागपत जेल में कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी मारा गया है। सवालों के घेरे में जेल प्रशासन है। दूसरी तरफ़ एक और जेल और वहां बंद डॉन की चर्चा खूब हो रही है। मुख्तार अंसारी जो मऊ से पांच बार विधायक रहा वो बांदा जेल में बंद है। अंसारी को अपनी जान की चिंता सता रही है। डर इस कदर है कि वो जेल की बैरक तक से बाहर नहीं निकल रहा। माय नेशन के सूत्रों के मुताबिक खतरे को देखते हुए बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी पिछले दो दिन से अपनी बैरक से बाहर नहीं आया है।
बाहुबली मुख्तार के परिजनों ने उसकी सुरक्षा की मांग की है। मुख्तार के भाई और पूर्व सांसद अफ़जाल अंसारी ने कहा है कि “प्रदेश की जेल में बंद मुन्ना बजरंगी की हत्या हो जाती है और सरकार कुछ भी स्पष्ट नहीं कर पा रही। न्यायिक हिरासत में बंद शख्स की हत्या कर दी जाती है। ऐसे में बांदा जेल में बंद मेरे भाई की भी हत्या हो सकती है।
बांदा जेल के जेलर वीएस त्रिपाठी ने बुधवार को बताया कि “बागपत जेल में सहयोगी डॉन मुन्ना बजरंगी हत्या से जेल की बैरक नंबर-15 और 16 में बंद मुख्तार अंसारी काफी सहमे हुए हैं। वह दो दिन से अपनी बैरक से बाहर नहीं निकले और न ही किसी से मिलना चाह रहे हैं। अंसारी ने दो दिन से ढंग से खाना भी नहीं खाया है”।
जेल प्रशासन की तरफ से मुख्तार की सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जा रही और इसके लिए तीन लेवल पर सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे बंदियों पर नज़र रखी जा रही है. दिन हो या रात जेल अधिकारी खुद मुख्तार की सुरक्षा का जायज़ा ले रहे हैं। जेल में सघन तलाशी अभियान चलाई जा रही है जिसमें अब तक कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है।
आपको बता दें कि लगभग सालभर पहले मुख्तार अंसारी को मथुरा जेल से बांदा कारागार शिफ्ट किया गया था। इसके पीछे कारण सुरक्षा संबंधित ही बताए गए थे हालांकि इसके उलट मुख्तार के परिवार ने बांदा जेल में ही उसकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी।
इसी साल जनवरी में मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में दिल का दौरा पड़ा था। यह घटना तब हुई जब उसकी पत्नी उससे मिलने बांदा जेल गई थी। दोनों ने चाय पीने के बाद सीने में दर्द की शिकायत की जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 
बागपत जेल में मारा गया माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी था। उसकी हत्या के बाद पूरा परिवार सहमा हुआ है, वहीं सरकार प्रशासन का दावा है कि मुख्तार की सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जा रही।