बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात करने के एक दिन बाद पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो को ‘गिरगिट’ बताया और उन पर प्रधानमंत्री पद के लिए लालायित होने का आरोप लगाया।

ममता पर तीखा प्रहार करते हुए चौधरी ने आरोप लगाया कि वह ‘ट्रोजन हॉर्स' (अपने स्वार्थ के लिए किसी का इस्तेमाल करना) की तरह व्यवहार कर रही हैं और संघीय मोर्चे का विचार सामने रख 'एकजुट विपक्ष' को विभाजित करने में जुटी हैं। 

चौधरी ने विभिन्न दलों के नेताओं से उन पर विश्वास नहीं करने की अपील की। कांग्रेस नेता ने दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के नाम का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, ‘ममता का एकमात्र उद्देश्य भारत का प्रधानमंत्री बनना है। वह प्रधानमंत्री पद के लिए लालायित हैं, उनमें देवेगौड़ा और इंद्र कुमार गुजराल के लक्षण हैं।’ उन्होंने ममता पर एक तरफ बंगाल में कांग्रेस का ‘खात्मा’ और ‘सफाया’ करने की कोशिश करने और दूसरी तरफ अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी का समर्थन मांगने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। 

उन्होंने कहा, ‘वह गिरगिट हैं, गिरगिट जो अपना रंग बदलता है। उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता, उनके बारे में कोई अनुमान लगाना बेमानी है, ऐसे में कांग्रेस और अन्य नेताओं को उन पर तनिक भी भरोसा नहीं करना चाहिए। ममता बनर्जी तानाशाह हैं और अब खुद को महिला संत के रूप में पेश करने का प्रयास कर रही हैं। वह बंगाल में चुनाव में हमें मतदान नहीं करने देकर या खड़े नहीं होने देकर कांग्रेस का सफाया करने का प्रयास कर रही हैं, हमारे नेता जेल में हैं। ऐसा जान पड़ता है कि बंगाल में राजनीति करना अपराध है। हम राज्य में सफाए की राजनीति के शिकार हैं।' 

ममता के कट्टर विरोधी प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि वह बंगाल में यथासंभव अधिक से अधिक सीट हथियाने का प्रयास कर रही हैं, ताकि वह अगले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए अपना दावा कर सकें। चौधरी ने कहा कि बनर्जी सोच रही हैं कि वह अन्य विपक्षी दलों के समर्थन से प्रधानमंत्री बन जाएंगी, इसलिए वह बंगाल में कांग्रेस को कोई सीट देने से इनकार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी विपक्ष को एकजुट करने की बात कर रहे हैं, तब ममता तीसरे मोर्चे की चर्चा कर विपक्ष में विभाजन पैदा करने का प्रयास कर रही हैं। 

चौधरी ने यह भी कहा, 'वह केवल वही करने का प्रयास कर रही हैं, जो उनके लिए फिट बैठता है।' बनर्जी पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए चौधरी ने कहा कि एक तरफ वह असम एनआरसी से बाहर रह गए 40 लाख लोगों की बात कर रही हैं तो दूसरी तरफ राज्य की सीमा पर बैरिकेड लगा रही हैं। 

उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे ममता बनर्जी ने 2005 में संसद में पश्चिम बंगाल में अवैध प्रवासियों के खिलाफ स्थगन प्रस्ताव दिया था। उन्होंने मांग की कि वह इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करें। बता दें कि बनर्जी ने बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने के प्रयास के तहत राष्ट्रीय राजधानी में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत विभिन्न दलों के नेताओं से मुलाकात की थी।