पटना। स्कूल में ड्यूटी के दौरान पर से 35 रुपए गायब होने पर शिक्षिका ने स्कूल में मौजूद 122 बच्चों को पास के मंदिर में ले जाकर कसम खिलाई। जानकारी होने पर ग्रामीणों ने हंगामा किया। धमकी दी कि अगर शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वह विद्यालय नहीं चलने देंगे। इसके बाद अधिकारियों ने शिक्षिका का ट्रांसफर कर दिया। 
 

स्कूल में शिक्षिका की पर्स से गायब हो गए थे रुपए
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बांका जिले के रजौन प्रखंड के आसमानी चक गांव में प्राथमिक विद्यालय संचालित हो रहा है। जहां दो शिक्षक पोस्टेड है। 21 फरवरी को विद्यालय में सिर्फ एक शिक्षिका नीतू कुमारी आई थी। वह बच्चों को पढ़ा रही थी। उसी दौरान उन्होंने एक बच्चे से अपनी पर्स में रखा पानी का बोतल लाने को कहा। बच्चे ने बोतल लाकर शिक्षिका को दे दिया। उसके कुछ देर बाद शिक्षिका अपना पर्स चेक की तो उसमें से ₹35 गायब मिले। शिक्षिका ने सभी बच्चों से पूछताछ की लेकिन किसी ने पैसे लेने की बात स्वीकार नहीं की।
 

कार्रवाई न होने पर ग्रामीणों ने विद्यालय न चलने देने की दी थी धमकी
रिपोर्ट में कहा गया कि जब शिक्षिका नीतू कुमारी के रुपए नहीं मिले तो वह बच्चों को पास के मंदिर में ले गई। जहां सभी से बारी बारी इस बात की कसम खिलाई की उन्होंने ₹35 चुराए हैं की नहीं। स्कूल में कुल 122 छात्र उपस्थित थे। सभी बच्चों ने कसम खाकर कहा कि उन्होंने उनके पैसे नहीं चुराए हैं। ग्रामीण और बच्चों के अभिभावकों को जब बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी हुई तो वह आक्रोशित हो उठे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर शिक्षिका के खिलाफ विभागीय कार्रवाई नहीं हुई तो वह विद्यालय नहीं चलने देंगे।
 

बीईओ ने कहा छात्रों पर संदेह करना अनुचित
जानकारी होने के बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) कुमार पंकज ने शुक्रवार को टीओआई को बताया कि किसी भी छात्र पर इस तरह से संदेह करना अनुचित है।  शिक्षिका को कहीं और स्थानीय स्थानांतरित कर दिया गया है। 
 

शिक्षिका ने कहा बच्चे स्वयं कसम खाने चले गए थे मंदिर
आरोपी शिक्षिका नीतू सिंह ने कहा कि उन्होंने छात्रों से केवल उनके गायब हुए पैसों के बारे में पूछताछ की थी। छात्र स्वयं पास के मंदिर में देवताओं के सामने शपथ लेने के लिए चले गए। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों द्वारा स्कूल परिसर में प्रवेश करने और हंगामा करने के बाद वह काफी आहत है। उन्होंने पूछा, "मैं पिछले 18 सालों से इस स्कूल में पढ़ा रही हूं। मैं अपने छात्रों पर कैसे शक कर सकती हूं? हालांकि उन्हें अपने 35 रूपये मिले नहीं है। मुखिया अनुपम कुमारी ने कहा कि शिक्षिका का ऐसा व्यवहार उचित नहीं है। 

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