कर्नाटक में सफलता के बाद अब भारतीय जनता पार्टी का ऑपरेशन लोटस महाराष्ट्र में शुरू हो रहा है। अगर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और भाजपा नेताओं के दावों पर विश्वास करें तो कांग्रेस और एनसीपी के कई विधायक और नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि एनसीपी को अभी तक कई दिग्गज नेता अलविदा कह चुके हैं।

असल में रविवार को ही एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने दावा किया था कि राज्य की भाजपा सरकार उनकी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं को तोड़ रही है और उन पर दबाव डाल रही है। जिसके बाद भाजपा ने शरद पवार को अपनी पार्टी संभालने को कहा।

वहीं अब राज्य के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने दावा किया है कि कांग्रेस और एनसीपी के 50 से ज्यादा विधायक भाजपा के संपर्क में हैं और विधानसभा चुनाव से पहले वह पार्टी में शामिल होना चाहते हैं।

पिछले हफ्ते ही मुंबई एनसीपी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सचिव अहिर ने एनसीपी का दामन छोड़ दिया था और शिवसेना में शामिल हो गए थे। वहीं एनसीपी की महिला ईकाई की अध्यक्ष ने भी एनसीपी से किनारा कर लिया था।

एनसीपी की नेता चित्रा वाघ ने एक महीने कहा दिया था कि उनका एनसीपी में कोई भविष्य नहीं है और भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताई थी हालांकि वह शिवसेना में शामिल हुई हैं। शरद पवार ने आरोप लगाया था कि भाजपा सरकार कांग्रेस और एनसीपी को हराने के लिए उनके नेताओं के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।

 कुछ दिनों पहले भी भाजपा नेताओं ने दावा किया था कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के कई नेता पार्टी के संपर्क में हैं और आने वाले समय में पार्टी में शामिल हो सकते हैं। गौरतलब है कि कर्नाटक में भाजपा ने राज्य में फिर से सरकार बनाई है। कांग्रेस और जेडीएस के 16 विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद राज्य में कांग्रेस और जेडीएस की सरकार गिर गयी है।