भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक के इस्तीफे के बाद राज्य का सियासी तापमान एक बार फिर बढ़ गया है।  हालांकि गुरुवार को लग रहा था कि फिलहाल राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट छंट गया है। लेकिन देररात कांग्रेस के विधायक के इस्तीफे के बाद राज्य में सियासी संकट गहरा गया है। वहीं भाजपा ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी। भाजपा की नजर बहुजन समाज पार्टी के विधायकों पर है।  जो राज्य की कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रहे हैं।

कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डांग ने गुरुवार देररात विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफे दे दिया। जिसके बाद राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट गहरा गया है। डांग उन  14 विधायकों में शामिल हैं। जो राज्य की कमलनाथ सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं। लिहाजा डांग के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार पर संकट बढ़ गया है। देररात डांग को मनाने  के लिए कांग्रेस के प्रबंधक जुटे रहे। हालांकि भाजपा का दावा है कि ये तो राज्य में शुरूआत है और आने वाले दिनों में कांग्रेस के और विधायक इस्तीफे दे सकते हैं।

हालांकि डांग के इस्तीफे के बाद राज्य में भाजपा ने सरकार गिराने की मुहिम तेज कर दी है। भाजपा की नजर बसपा के दो  विधायकों पर है।  हालांकि इसमें से एक विधायक को बसपा ने निलंबित किया है। इसके साथ ही एक निर्दलीय विधायक और एक सपा का विधायक पर भी भाजपा की नजर है। इसके साथ ही भाजपा कांग्रेस के उन 14 विधायकों के संपर्क में जो कमलनाथ सरकार से नाराज चल रहे हैं। लेकिन कोई भी विधायक खुलकर सरकार के खिलाफ नहीं आ रहा है।

उधर मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष एन.पी. प्रजापति ने कहा कि उन्हें हरदीप सिंह डांग के इस्तीफे की खबर मिली है लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर इस्तीफा नहीं दिया है। वहीं राज्य के सीएम कमलनाथ ने कहा कि वह डांग से मिलेंगे और उनकी समस्या का निवारण करेंगे। कांग्रेस नेताओं ने दावा है कि राज्य के सपा और बसपा के विधायकों को  भाजपा ने अगवा किया था। लेकिन बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाहा, रामबाई तथा सपा विधायक राजेश शुक्ला ने कांग्रेस के इन आरोपों को खारिज किया है।