कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हालांकि विधानसभा चुनाव में अभी काफी समय है। लेकिन भाजपा किसी भी मौके को छोड़ना नहीं चाहती है। लिहाजा दुर्गा पूजा से पहले भाजपा राज्य में पिछले कुछ सालों में मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं का पिंडदान कर राज्य की ममता बनर्जी सरकार को घेरेगी। वहीं राज्य में होने वाले दुर्गापूजा को लेकर भी भाजपा और टीएमसी में वर्चस्व की जंग चरम पर है।

इसके लिए भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा 28 सितंबर को कोलकाता जा रहे हैं। जहां वह मारे गए भाजपा कार्यकर्ताओं का पिंड दान करेंगे। जाहिर से इससे भाजपा को आगामी चुनावों में राजनैतिक तौर पर फायदा होगा। क्योंकि इस कार्यकर्ताओं की राजनैतिक हत्याओं का आरोप भाजपा टीएमसी पर लगाती है। राज्य में टीएमसी का कैडर मजबूत है और भाजपा उसमें धीरे धीरे सेंध लगा रही है। पिछले काफी समय से टीएमसी के कई नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं और जिसके कारण राज्य में ममता बनर्जी की पार्टी कमजोर हुई है।

भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में भाजपा पदाधिकारी मारे गए 80 कार्यकर्ताओं का कोलकाता के बाबूघाट में पिंडदान करेंगे। भाजपा के इस कदम से राज्य की राजनीति में फिर से गर्माहट आना तय है। वहीं श्राद्ध के बाद राज्य में दुर्गा पूजा को लेकर भी राजनीति चरम पर है। राज्य में कोलकाता के एक दुर्गापूजा पंडाल ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पंडाल के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया है। जिसको लेकर टीएमसी ने आपत्ति जताई है।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर छड़प हुई थी। जिसमें कई भाजपा कार्यकर्ता मारे गए थे। जिसके बाद भाजपा ने राज्य की टीएमसी सरकार पर आरोप लगाया था कि राज्य में प्रशासन टीएमसी कार्यकर्ताओं का साथ दे रहा है। यही नहीं भापजा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा कोलकाता में आर्टिकल 370 हटाये जाने पर एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे जबकि टीएमसी इसके विरोध में थी।