उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक शख्स अपने घर के बेसमेन्ट में अवैध रुप से ई रिक्शा चार्जिंग प्वाइंट चला रहा था। जिसमें विस्फोट होने से एक बच्चा सहित दो लोग झुलस गए। उन्हें बचाने गए पुलिसकर्मियों की वर्दी में भी आग लग गई।
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के विकास नगर थाना क्षेत्र स्थित खुर्रमनगर चौराहे पर ई-रिक्शा के गोदाम में चार्जिंग पॉइन्ट हुए शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग लगने से आस-पास लोगों में अफरा-तफरी फैल गई।
नीचे गोदाम में था चार्जिंग प्वाइंट
बताया जा रहा है कि जिस कांप्लेक्स में आग लगी उसमें नीचे गोदाम था और ऊपर परिवार रहता था। जिस वक्त आग लगी उस समय अंदर लगभग 17 लोग मौजूद बताये जा रहे हैं। जिसकी सूचना 100 नंबर पर पाते ही मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंची और दमकल को सूचित कर आग में फंसे लोगों को बचाने में जुट गई। जिसमें कुछ लोग गंभीर रूप से झुलस गए आग की लपटों से बचाते हुए सबइंस्पेक्टर अरविंद बाबू और सिपाही सौवीर चौधरी की वर्दी भी जल गई। आग से झुलसे लोगों को बाहर निकालने के बाद 108 एम्बुलेंस को सूचना दी गई लेकिन एंबुलेंस के न पहुंचने के काफी देर बाद आग में झुलसे लोगों को पुलिस ने अपनी गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया जहां उनका इलाज चल रहा है।
आग बुझाने में लगी दमकल की पांच गाड़ियां
यह कॉम्प्लेक्स शाकिर अली का है, जो उसी काम्प्लेक्स में ऊपर रहते हैं और नीचे गोदाम में अवैध चार्जिंग पॉइंट बना रखे है। लोगों को इस घटना की जानकारी तब हुई जब आग ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया। जिसकी जानकारी पाते ही मौके पर लगभग 5 दमकल की गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पाने के साथ ही अंदर फंसे लोगों को भी बाहर निकालने में जुट गई। आग लगने से कुछ लोग गंभीर रूप से झुलस भी गए। जिसमें जावेद अली (38) उनकी पत्नी नसरीन बानो (35) और उनके तीन बच्चे भी आग में झुलस गए। जिनको सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है।
समय पर नहीं पहुंची एम्बुलेन्स
हमेशा की तरह इस घटना में भी यूपी की 108 एम्बुलेंस फेल रही। जब आग में झुलसे लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 डायल करके एम्बुलेन्स को सूचना दी गई तो एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची, तभी पुलिस ने अपनी गाड़ी से लोगों को अस्पताल पहुंचाया। जिसमें घायलों को बहुत ज्यादा तकलीफ भी हुई।
Last Updated Aug 18, 2019, 6:17 PM IST