हादसे के बारे में पीड़ित की बेटी यानि आरोपी की बहन को मामले का पता चला तो बात उजागर हुई। बेटी ने महिला हेल्पलाइन व पुलिस अधीक्षक को सूचना दी। इसके बाद उचाना थाना पुलिस ने बुजुर्ग को मुक्त कराकर अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़ित की बेटी ने ही पुलिस को इस बारे में सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने गांव में जाकर कलयुगी बेटे से पिता को मुक्त कराया।


गांव करिसंधु निवासी पीड़ित बलबीर सिंह ने बताया कि उसका खेतों में मकान है। 25 जुलाई को वह कुर्सी पर बैठा था। इसी दौरान बेटा राममेहर आया और उसकी छाती में लात मारकर नीचे गिरा दिया। इसके बाद उसकी डंडों से बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। इसमें उसकी बाजू टूट गई, लेकिन उसका इलाज करवाने की बजाए कमरे में बंद कर दिया।


बेटे ने उसका फोन भी छीन लिया। उसकी बेटी सुमन ने उससे फोन पर संपर्क करना चाहा, संपर्क ने होने पर वह पिता से मिलने करसधु चली आई। यहां उसे पूरी घटना के बारे में पता चला। मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग का इलाज चल रहा है। बयान के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।