सीआईबीएमएस सीमा पर निगरानी करने के आधुनिक तकनीक है। फिलहाल सीमा पर इसके दो पायलट प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। सीमा पर पूरी तरह यह तकनीक लग जाने से आतंकियों और घुसपैठियों के लिए भारत में आना नामुमकिन हो जाएगा।
सीमा पर चौकसी के लिए अदृश्य दीवार यानी कॉम्प्रेहेंसिव इंटीग्रेटेड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम (सीआईबीएमएस) कार्यक्रम की शुरुआत करने के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान रेंजर्स ने बीएसएफ के एक जवान की निर्ममता से हत्या कर दी। यह घटना उस जगह से कुछ किलोमीटर की दूरी पर हुई, जहां इस हाईटेक दीवार की शुरुआत की गई है।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान रेंजर्स ने बीएसएफ के हेड कांस्टेबल नरेंद्र कुमार की हत्या भारत को इस महत्वाकांक्षी योजना पर आगे बढ़ने से रोकने के लिए की है। नाम न बताने की शर्त पर बीएसएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, 'पाकिस्तान ने मंगलवार सुबह बीएसएफ के जवान की हत्या की। इससे कुछ घंटों पहले ही सीआईबीएमएस कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। इससे लगता है कि पाक रेंजर्स ने भारतीय जवानों पर ये दीवार न बनाने का दबाव डालने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया।'
अधिकारी ने कहा, पाकिस्तान ने जवान का पता लगाने के लिए संयुक्त गश्त की पेशकश को भी ठुकरा दिया था। सीआईबीएमएस को लगाए जाने के 14-16 घंटे के अंदर ही पाकिस्तान रेंजर्स ने यहां से तकरीबन 25 किलोमीटर दूर बीएसएफ के जवान की निर्ममता से हत्या कर दी। सूत्रों के अनुसार, हेड कांस्टेबल नरेंद्र कुमार के शरीद पर तीन गोलियों के निशान हैं। उनके शव से भी छेड़छाड़ की गई है।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीआईबीएमएस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा था, 'इस बारे में दो राय नहीं है कि बीएसएफ पाकिस्तान की गोलीबारी का जोरदार ढंग से जवाब दे रही है। लेकिन सीआईबीएमएस लगने से जवानों के हताहत होने की संख्या कम होगी। उनका तनाव घटेगा और साथ ही जवानों की गश्त में भी कमी आएगी।'
सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, कुल 2026 किलोमीटर लंबी सीमा घुसपैठ, सीमापार गोलीबारी और पाकिस्तान परस्त आतंकियों की गतिविधियों को लेकर संवेदनशील है। इतनी लंबी सीमा पर डिजिटल दीवार खड़ी करने की तकनीक काफी कारगर साबित हो सकती है।
यहां शुरू किए गए दो प्रोजेक्टों में प्रत्येक में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पांच किलोमीटर से ज्यादा के दायरे को कवर किया गया है। सीआईबीएमएस में सर्विलांस और संचार उपकरण लगे हैं। इसके अलावा, एयरोस्टेट, टॉवर और पोलों पर थर्मल इमेज, यूजीएस, फाइबर ऑप्टिक सेंसर, रडार, सोनार भी लगाए गए हैं।
उधर, जम्मू में बीएसएफ के सूत्रों ने बताया कि पहली बार किसी जवान को पोस्ट मार्टम जिला अस्पताल की जगह माजरा पोस्ट पर किया गया। ऐसा बीएसएफ जवान के साथ पाकिस्तान द्वारा की गई निर्ममता की खबरों को फैलने के रोकने के लिए किया गया। देश भर में पाकिस्तान की इस क्रूर कार्रवाई पर गुस्से का माहौल है।
Last Updated Sep 19, 2018, 6:30 PM IST