वई दिल्ली/लखनऊ।

बहुजन समाज पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी और नेताओं के लिए नया फरमान जारी किया है। इस फरमान के मुताबिक कोई प्रत्याशी और नेता मायावती के कद के बराबर तस्वीर नहीं लगा सकेंगे। अगर कोई इस आदेश का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ अनुशासनहीनता मानी जाएगी।

बसपा में नेताओं के लिए पहले से ही सख्त नियम हैं। अभी भी बसपा प्रमुख मायावती के सामने नेता और कार्यकर्ता कुर्सी पर नहीं बैठ सकते हैं। जब भी मायावती लखनऊ में नेताओं की बैठक लेती हैं तो कार्यकर्ता जमीन बैठते हैं और मायावती सामने ऊंची कुर्सी पर बैठकर उन्हें निर्देश देती है। लेकिन अब मायावती ने अपने नेताओं के लिए नया आदेश जारी किया है। बसपा ने जो निर्देश दिए हैं, उसके मुताबिक कोई भी नेता आगामी लोकसभा चुनाव में होर्डिंग और बैनर पर मायावती के बराबर अपनी फोटो नहीं लगाएगा।

इन बैनर पोस्टर में सबसे बड़ी फोटो मायावती की ही होगी। इस निर्देश का पालन जो भी नेता नहीं करेंगे उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा जाएगा। इसके लिए मायावती के करीबी समझे जाने वाले एमएलसी व नवनियुक्त मंडल-जोन इंचार्ज भीमराव आंबेडकर ने निर्देश जारी किए हैं। बसपा की तरफ से फरमान मायावती के निर्देश पर हुई बैठक में प्रदेश के सभी मंडलों में नवनियुक्त मंडल-जोन इंचार्ज को दिए गए। हालांकि पुराने नेताओं को तो कुछ नियम मालूम हैं, लेकिन हाल में बसपा में आने वाले नेता इससे परिचित नहीं हैं। इस फरमान में कहा गया है कि मायावती पार्टी की सर्वोच्च नेता हैं और उनके बराबर कोई भी नेता नहीं है। भविष्य में कोई भी होर्डिंग या बैनर मंडल जोन प्रभारियों की अनुमति लेने के बाद ही लगाई जाएगी।

इस आदेश में ये भी कहा गया है कि मायावती के सामने में महज कांशीराम या फिर बसपा का चुनाव चिन्ह हाथी की फोटो लगाई जाएगी। राज्य में बसपा ने सपा के साथ चुनावी गठबंधन किया है। इसमें मायावती राज्य की 38 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि सपा राज्य की 37 सीटों पर चुनाव लड़ी रही है जबकि रालोद को तीन सीटें मिली हैं।