आतंकवाद के सफाए में सुरक्षा बलों को मिल रही लगातार कामयाबी के बीच जम्मू-कश्मीर के बड़गाम जिले में लश्कर-ए-तय्यबा के मोस्ट वांटेड आतंकी अबु हंजूला उर्फ नवीद जट को बुधवार अल सुबह ढेर कर दिया गया। कई दिनों से सुरक्षा बलों को उकसा रहे नवीद जट को सिर में गोली मारी गई। इस मुठभेड़ में कुल दो आतंकी मारे गए हैं। नवीद जट राइजिंग कश्मीर के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार बुखारी की इस वर्ष जून में हुई हत्या में शामिल था। आतंकियों ने बुखारी की उनके कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी। बुखारी हत्याकांड में शामिल आतंकी अजाद मलिक पहले ही अनंतनाग में एक मुठभेड़ में मारा जा चुका है। 

जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'माय नेशन' को बताया कि तड़के सुबह 4:30 बजे शुरू हुए एनकाउंटर में नावेद जट्ट मारा गया है। उसे सिर पर गोली लगी थी। नावेद जट्ट का मारा जाना सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी कामयाबी है। पिछले एक साल में सुरक्षा बलों ने आतंकी संगठनों के टॉप 10 कमांडरों को मार गिराया है। 20 वर्षीय नावेद जट्ट पाकिस्तान के पंजाब के मुल्तान का रहने वाला था और उस पर सुरक्षा बलों पर कई हमले करने के आरोप थे। 

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नवीद जट के खात्मे के बाद एहतियाती तौर पर प्रशासन ने बड़गाम में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। हालांकि वहां कई जगह से पत्थरबाजी की खबरें हैं।

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पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद आज सुबह सुरक्षा बलों ने बड़गाम के कठपोरा इलाके में तलाशी और घेराबंदी अभियान चलाया था। इसी दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने इसका जवाब दिया जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।

नवीद जट ने पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंपो में ट्रेनिंग ली और फिर कश्मीर आ गया। सुरक्षा एजेंसियों की अनुसार, वह अपने सात साथियों के साथ नवंबर 2012 में भारत आया था। यह आतंकी ग्रुप कुपवाड़ा के फरकिया इलाके से भारत में घुसा था। ट्रक ड्राइवर के बेटा नावेद दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां में सक्रिय था। साल 2014 में उसे जिंदा पकड़ लिया गया था लेकिन इस साल फरवरी महीने में श्रीनगर के महाराजा हरि सिंह हॉस्पिटल से लश्कर-ए-तय्यबा के आतंकवादियों ने अबु हंजूला उर्फ नवीद जट को छुड़ा लिया था। इस हमले में दो पुलिसकर्मी भी शहीद हो गए थे। पाकिस्तानी आतंकवादी नवीद जट्ट को साल 2014 में दक्षिण कश्मीर के कुलगाम से गिरफ्तार किया गया था। नवीद श्रीनगर सेंट्रल जेल में बंद था। तब सुनियोजित साजिश के तहत नवीद ने पेट दर्द की शिकायत की थी जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया था।

पूछताछ के दौरान नवीद ने बताया था कि वह मुल्तान के वेरी इलाके के वरूवाला का रहने वाला था।  उसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में चल रहे लश्कर-ए-तय्यबा के आतंकी शिविरों में ट्रेनिंग दी गई थी, जहां हाफिज सईद और जकी उर रहमान लखवी लगातार आया करते थे। 

इससे पहले, मंगलवार को दो अलग-अलग मुठभेड़ों में तीन आतंकवादी मारे गए और एक जवान शहीद हो गया। वहीं दो अन्य जवान घायल हो गए। कुलगाम मुठभेड़ में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तय्यबा के दो आतंकवादी मारे गए।