बुलंदशहर--पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सोमवार को हुई हिंसा की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस हिंसा में एक पुलिस का इंस्पेक्टर और एक युवक की मौत हो गई थी। पुलिस ने अब इस मामले में रातभर महाव और चिंगरावठी गांव में छापेमारी की।

पुलिस ने स्याना क्षेत्र से दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है, दोनों से पूछताछ की जा रही है। जबकि 4 लोगों की हिरासत में लिया गया है। पुलिस चश्मदीदों और सामने आई वीडियो-तस्वीरों के आधार पर छापेमारी कर रही है। महाव और चिंगरावठी, दोनों ही गांव घटनास्थल के नजदीक के गांव हैं। कहा जा रहा है कि जो 400-500 लोगों की भीड़ आई थी वह इन्हीं गांवों से आई थी।

इस मामले में पुलिस ने 27 नामजद और 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 147,148,149,307,302,333,353,427,436,394 और 7-क्रिमिनल अमेंडमेंट लॉ के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं इस पूरे मामले की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया गया है।

 

बुलंदशहर हिंसा में जिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या हुई है वह अखलाक केस के भी इन्वेस्टिगेटिंग अफसर थे। सुबोध ने ही अखलाक केस में मीट सैंपल को लैब तक पहुंचाया था।

क्या है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सोमवार को गोकशी का मामला सामने आने के बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया। यहां गुस्साए लोगों ने चिंगरावठी चौराहे पर हंगामा करते हुए पुलिस पर पथराव और फायरिंग कर दी, जिसमें एक व्यक्ति और एक इंस्पेक्टर की मौत हो गई। इस दौरान उपद्रवियों ने कई वाहनों में तोड़फोड़ और आगजनी भी की। 

बताया जा रहा है कि स्याना के महाव नाम के गांव में एक खेत मे गोवंश के टुकड़े मिले। जिसके बाद नाराज लोगों ने सड़क जाम कर दी। पुलिस जब जाम हटाने पहुंची तो भीड़ के साथ संघर्ष शुरू हो गया। 

ऐसे में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए गोली चला दी, जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद भीड़ भी भड़क गई और उसने चिंगरावठी पुलिस चौकी पर हमला कर दिया। भीड़ ने चौकी में आग लगी दी। घायल युवक की बाद में अस्पताल में मौत हो गई।

इस दौरान भीड़ में मौजूद कुछ अराजकतत्वों ने पुलिस के एक वाहन में आग लगा दी और पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी कर दी। इसमें स्याना कोतवाली के प्रभारी सुबोध कुमार सिंह मौत हो गई। वहीं पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।