प्रधानमंत्री निवास पर हुई एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा का तबादला करने का फैसला किया गया। 

बताया जा रहा है कि उन पर भ्रष्‍टाचार के आरोपों में यह कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही आलोक वर्मा के खिलाफ सीवीसी की जांच भी जारी रहेगी। जस्टिस सीकरी ने भी सीवीसी की रिपोर्ट पर संतुष्टि जताई। 

आलोक वर्मा को फायर सर्विसेज, सिविल डिफेंस और होमगार्ड का डीजी बनाया गया है। आलोक वर्मा की गैरमौजूदगी में एम नागेश्‍वर राव जिम्‍मेदारी संभालेंगे।

यह फैसला प्रधानमंत्री मोदी, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड्गे और जस्टिस सीकरी के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया। यह बैठक लगभग ढाई घंटे तक चली। 

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दोबारा चार्ज लेने के बाद से ही आलोक वर्मा  बेहद आक्रामक तेवरों में दिखे थे। उन्होंने आज चार्ज संभालते ही अपने करीबी अफसरों के तबादलों पर रोक लगा दी थी। 

जिन अफसरों के तबादले रोके गए थे, उसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल का नाम सुप्रीम कोर्ट की याचिका में लेने वाले एम.के.सिन्हा भी थे।