ऐसा लगता है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो इन दिनों आरोपियों की तरफदारी कर रहा है। बैंक धोखाधड़ी का एक और आरोपी कथित तौर पर अपने ठिकाने बदल रहा है लेकिन एजेंसी को इसकी भनक तक नहीं हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। 13,000 करोड़ रुपये के देश में सबसे बड़े बैंक धोखाधड़ी मामले के आरोपियों नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के देश के भागने में भी सीबीआई की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। 

सीबीआई के प्रमुख आलोक वर्मा और एजेंसी में नंबर दो राकेश अस्थाना के बीच चल रही रस्साकशी से देश की मुख्य जांच एजेंसी की साख प्रभावित हो रही है। दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ कई शिकायतें भी दर्ज कराई हैं। 

सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक, इस बार भी सीबीआई को नितिन जयंतीलाल संदेसरा की गतिविधियों की कोई जानकारी नहीं है। वह गुजरात स्थित स्टर्लिंग बॉयोटेक समूह के मालिक हैं और 5,300 करोड़ रुपये से ज्यादा के बैंक धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी हैं। सीबीआई की मानें तो वह अभी यूएई में हैं लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह सुरक्षित पनाह के लिए नाइजीरिया भाग गया है। एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि नितिन नाइजीरिया जाने के लिए यूएई छोड़ चुका है।'

सूत्रों के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस के दिन संदेसरा को यूएई के अधिकारियों ने कथित तौर पर हिरासत में ले लिया था। बाद में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर आरोपी को उन्हें सौंपने का अनुरोध किया था। 

संदेसरा और उनके भाई चेतन जयंतीलाल संदेसरा वडोदरा स्थित कंपनी स्टर्लिंग बॉयोटेक फॉर्मास्युटिकल्स के निदेशक भी हैं। दोनों को एक बैंक धोखाधड़ी के मामले में आरोपी बनाया गया है। सीबीआई के मुताबिक, दोनों ने आंध्रा बैंक की अगुवाई वाले कंसोर्टियम से 5,383 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। इस राशि को बाद में एनपीए (फंसे हुए कर्ज) में तब्दील कर दिया गया। सीबीआई ने कहा कि इस मामले में कुछ राजनेता और ब्यूरोक्रेट्स भी शामिल हो सकते हैं। एजेंसी ने एक साल पहले यह मामला दर्ज किया था लेकिन तब से आरोपी फरार है। 

इसी तरह, नीरव मोदी-पीएनबी बैंक घोटाले में सीबीआई आरोपी को देश से भागने में मदद करने के आरोपों को लेकर सवालों के घेरे में है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नीरव को देश से जाने की 'इजाजत' दिए जाने को लेकर सीबीआई और एनडीए सरकार पर कई सवाल उठाए हैं। हालांकि सीबीआई ने आरोपों को खारिज करते हुए इस मामले में सख्त उठाने की बात कही है।