नई दिल्ली। आर्थिक संकट से जूझ रहे यस बैंक के संस्थापक राना  कपूर के खिलाफ आज केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भी मामला दर्ज कर मुश्किलें बढ़ा दी है।  ईडी पहले से ही राना कपूर के खिलाफ जांच कर रही है औैर कोर्ट ने ईडी की कस्टडी में 11 मार्च तक रखने का फैसला सुनाया है। ईडी यस बैंक और कथित रियलिटी कंपनी पवन हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड से जुड़े कथित वित्तीय लेनदेन और  अनियमितताओं के मामले में उनसे पूछताछ करेगी।

ईडी ने मनी लांड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) के तहत राना कपूर के आवास पर छापेमारी के बाद रविवार की सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अब सीबीआई ने आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार के मामले में राना कपूर के खिलाफ मुकदमा  दर्ज किया है। यस बैंक वित्तीय संकट का सामना कर रहा है और आरबीआई बैंक को चलाने के लिए एक प्रशासक की नियुक्ति की है। फिलहाल यस बैंक को संकट को देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक आगे आया है और उसने बैंक में निवेश करने की इच्छा जताई है।

केंद्र सरकार ने भी खराब ऋण-ऋण प्रबंधन को लेकर बैंक प्रबंधन की भूमिका पर सवाल उठाया है। असल में उन कंपनियों को भारी भरकम कर्ज दिया जिन्होंने पहले ही कई वित्तीय संस्थानों से कर्ज लिए थे और उन्हें कर्ज वापस नहीं किया था। लिहाजा कंपनी के प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं। यही नहीं दिवान हाउसिंग को यस बैंक ने भी भारी भरकम कर्ज दिया था और इसके बदले दिवान हाउसिंग ने यस बैंक के संस्थापक राना कपूर की बेटी की कंपनी को 600 सौ  करोड़ रुपये का कर्ज दिया था।

इसके बाद यस बैंक को डीएचएफएल ने कर्ज वापस नहीं दिया। बहरहाल राना कपूर ईडी के पास 11 मार्च तक हिरासत में रहेंगे। आरबीआई ने फिलहाल बैंक से 50 हजार रुपये तक ही निकालने की मंजूरी दी है। वहीं आरबीआई ने आश्वासन दिया है कि यस बैंक जमाकर्ताओं का पैसा सुरक्षित है।