नई दिल्ली। राजस्थान में बागी सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच सियासी संग्राम जारी है और कांग्रेस ने पायलट गुट पर कार्रवाई करते हुए सचिन पायलट और उनके समर्थक दो मंत्रियों समेत कई नेताओं को पदों पर हटा दिया है। वहीं पार्टी को सलाह देने वाले एक और नेता के खिलाफ पार्टी ने एक्शन लिया है। कांग्रेस ने महाराष्ट्र में नेता और पूर्व प्रवक्ता संजय झा से बाहर का रास्ता दिखा दिया। असल में संजय झा ने पार्टी को सचिन पायलट को सीएम बनाने की सलाह दी थी। हालंकि पार्टी ने पिछले दिनों एक लेख के बाद संजय झा को प्रवक्ता पद से हटा दिया था।

कांग्रेस का कहना है कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता संजय झा पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने और अनुशासन तोड़ने के कारण पार्टी से बाहर किया है। संजय झा के निष्कासन को लेकर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर बालासाहेब थोराट ने आदेश जारी किया है। संजय झा कांग्रेस के प्रवक्ता थे और पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी के मौजूदा हालत को लेकर उन्होंने एक लेख लिखा था। जिसमें उन्होंने पार्टी की मौजूदा नीतियों पर हमला किया था, लेकिन ये हमले सीधे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी टीम पर थे। लिहाजा पार्टी ने संजय झा को पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से हटा दिया था। संजय झा मुखर होकर पार्टी की नीतियों को लेकर मीडिया में बात रखते थे।

वहीं पिछले पांच दिनों से राजस्थान में जारी सियासी संकट को लेकर संजय झा ने  कांग्रेस को हल सुझाए थे और सलाह दी। जो पार्टी को नागवार गुजरी। झा ने कहा कि राजस्थान में बगावत को थामने के लिए पार्टी को सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बना देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी को अशोक गहलोत को बड़ी जिम्मेदारी देनी चाहिए और जहां कांग्रेस पार्टी कमजोर है वहां गहलोत को भेजा जाना चाहिए। इसके साथ ही झा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस को नया अध्यक्ष नियुक्त करना चाहिए।