कोलकाता—एक तरफ सभी विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ महागठबंधन को लेकर प्रयास कर रहें हैं। वहीं पश्चिम बंगाल में वाममोर्चा और कांग्रेस और कांग्रेस अलग ही राग अलाप रहे हैं।

अभी हाल में कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई ने राज्य में अकेले चुनाव लड़ने की मंशा जताई थी तो अब वहीं कांग्रेस और वाम दल पश्चिम बंगाल विधानसभा के आगामी सत्र में तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ संयुक्त अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है।

पश्चिम बंगाल विधानसभा विधानसभा सत्र 16 नवंबर को शुरू होगा और 29 नवंबर तक चलेगा। इसी सत्र के दौरान उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार चल रहा है। 

विपक्ष के नेता अब्दुल मनान ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम राज्य सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर संयुक्त रुप से योजना बना रहे हैं। बंगाल में लोकतंत्र नहीं बचा है और बेरोजगारी बढ़ रही है। तृणमूल कांग्रेस के कुशासान से राज्य में अराजक स्थिति पैदा हो गयी है।’’ मनान के साथ वाम मोर्चा के विधायक दल के नेता सुजान चक्रवर्ती भी थे।

मनान ने कहा कि 16 नवंबर को विधानसभा का सत्र शुरु होने के बाद वाममोर्चा और कांग्रेस नियम 185 के तहत अविश्वास प्रस्ताव सौंपेंगी । उन्होंने कहा, ‘‘हमें आशा है कि अध्यक्ष प्रस्ताव स्वीकार कर लेंगे।’’ 

इस संबंध में संपर्क करने पर विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने कहा कि प्रस्ताव मिलने पर वह फैसला करेंगे। वैसे अध्यक्ष ने आज सर्वदलीय बैठक बुलायी थी लेकिन कांग्रेस और वाममोर्चा नहीं पहुंचे।