लखनऊ। पिछले कई दिनों उत्तर प्रदेश की सियासत में सुर्खियां बनी कांग्रेस विधायक अदिति सिंह को पार्टी ने विधानसभा में चले विशेष सत्र में हिस्सा लेने के लिए नोटिस दिया है। पार्टी का कहना है कि अदिति सिंह ने व्हिप तोड़ा है। असल में कांग्रेस पार्टी समेत सभी विपक्षी दलों ने इस सत्र का बहिष्कार किया था। लेकिन अदिति सिंह ने इस विशेष सत्र में हिस्सा लेकर पार्टी को बड़ा झटका दिया है। कांग्रेस ने दो दिन के भीतर अदिति सिंह को जवाब देने को कहा है।

हालांकि राजधानी लखनऊ से लेकर दिल्ली तक चर्चाएं चल रही हैं कि अदिति सिंह भाजपा में शामिल होने वाली हैं। अगर वह भाजपा में शामिल होती हैं तो ये भाजपा की बड़ी जीत होगी। क्योंकि भाजपा मिशन अमेठी के बात मिशन रायबरेली पर फोकस कर रही है। भाजपा की रणनीति के मुताबिक रायबरेली में गांधी परिवार का वर्चस्व तोड़ा जाना है।

लिहाजा अभी तक भाजपा ने वहां की राजनीति में दखल रखने वाले दिनेश को लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में शामिल करा कर उन्हें सोनिया के खिलाफ मैदान में उतारा था। लेकिन इस बार सोनिया गांधी की जीत का मार्जिन भी कम हो गया है। वहीं भाजपा का मानना है कि अगर अदिति सिंह भाजपा में आती हैं तो आने वाले लोकसभा चुनाव में गांधी परिवार का ये गढ़ भी ध्वस्त हो जाएगा।

असल में यूपी की योगी सरकार ने गांधी जयंती के मौके पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था। ये सत्र लगातार 36 घंटे चला। जिसमें अदिति सिंह ने हिस्सा लिया। जबकि कांग्रेस पार्टी ने इसका बहिष्कार किया था। यहीं इसके विरोध स्वरूप कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी लखनऊ में पहुंची थी और उन्होंने पदयात्रा में हिस्सा लिया था। लिहाजा कांग्रेस की नाराजगी अदिति सिंह से ज्यादा है। हालांकि इस सत्र में हिस्सा लेने के बाद अदिति सिंह ने कहा कि मैंने वही किया, जो मुझे ठीक लगा।