नई दिल्ली। देशभर में नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध और हिंसक प्रदर्शनों के जरिए देश की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब करने की कोशिश की जा रही है। कुछ संगठनों को इसके लिए विदेशों से धन मुहैया कराया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसके लिए खुफिया एजेंसियों का इनपुट मिले हैं और एजेंसियां कुछ संगठनों पर नजर रखे हुए है।

एजेंसियों को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक राजधानी दिल्ली में हो रहे विरोध-प्रदर्शन के पीछे विदेशी ताकतों की भूमिका बताई जा रही है। एजेंसियों का कहना है कि इस कानून का विरोध कर भारत की छवि दुनिया भर में खराब करने की साजिश है और जो संगठन इस साजिश में शामिल हैं। उन्हें विदेशों से पैसा उपलब्ध कराया जा रहा है। एजेंसियों का कहना है कि भारत की छवि खराब करने की कोशिशें हो रहा है और कुछ संगठन इन प्रदर्शनों के पीछे हैं।

इस संगठनों के बारे में कहा जा रहा है कि उनके ऊपर गृह मंत्रालय ने प्रतिबंध लगा रखा है और उसके बावजूद ये संगठन देश को बदमान करने की  साजिश कर रही हैं और उनका हाथ इन विरोध प्रदर्शनों के पीछे है। एजेंसियों को जानकारी मिली है उसके मुताबिक न केवल दिल्ली बल्कि उत्तरप्रदेश और बिहार में हुए प्रदर्शनों के पीछे इन संगठनों का हाथ है। हालांकि एजेंसियां का कहना है हि दिल्ली में लाल किला जामिया, जाफराबाद और सीलमपुर समेत कुछ इलाकों में होने प्रदर्शनों को लेकर दिल्ली पुलिस को इनपुट दे दिया गया था।

एजेंसियों का कहना है कि इन प्रदर्शनों के जरिए विदेशी फंडिंग जुटाई जा रही है। जिस पर एजेंसी नजर रखे हुए।  फिलहाल खुफिया जानकारी मिलने के बाद आईटी, ईडी और डीआरआई जांच में जुट गई हैं। असल में कनाडा में कुछ खालिस्तान समर्थक भी इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि पहले ही ये उजागर हो चुका है कि इन संगठनों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई धन मुहैया कराती है।