नई दिल्ली। कोरोना के कहर से हजारों निवेशक कंगाल हो गए हैं। क्योंकि कोरोना के कहर से शेयर बाजार में कहर मचा हुआ है और निवेशक रोज कंगाल हो रहे हैं।  जानकारी के मुताबिक निवेशकों को आज दोपहर दो बजे तक 12 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की चपत लग चुकी थी वहीं पूरे मार्च के दौरान निवेशकों का 42.46 लाख करोड़ बाजार में डूब चुका है। हालांकि बाजार के जानकारों का कहना है कि मौजूदा बाजार निवेश के लिए बेहतर है और बाजार में थोड़ा थोड़ा निवेश करें और बड़े निवेश से दूर रहें।

आज शेयर बाजार में इस साल की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है। बाजार बंद होने तक सेंसेक्स में 39 सौं अंकों और निफ्टी में 1149 अंकों की गिरावट देखने को मिल रही थी। हालांकि बाजार ने अपने पिछले निचले स्तर को भी तोड़ा। आज बाजार में कारोबार के शुरूआती सत्र के पहले घंटे में निवेशकों को 10 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी थी।

जबकि दोपहर तक ये 12 लाख करोड़ तक पहुंच गया था। मार्च में लगातार शेयर बाजार में भारी बिकवाली देखने को मिल रही है और विदेशी निवेशक भारी तादात में बिकवाली कर रहे हैं। जिसका असर बाजार में देखा जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक अभी तक मार्च महीने में ही निवेशकों के 42.46 लाख करोड़ रुपये बाजार में डूब चुके हैं। वहीं गिरावट के कारण बाजार अपने पिछले निम्नस्तरों का रिकार्ड बना रहा है।

बाजार के जानकारों का कहना है कि बाजार में गिरावट जारी रह सकती है। क्योंकि बाजार की गिरावट थमने के कोई भी संकेत नहीं दिख रहे हैं। क्योंकि भारत ही  नहीं दुनिया के सभी बाजार में गिरावट आ रही है और किसी भी देश ने अर्थव्यवस्था में आ रही गिरावट को रोकने के लिए कोई बड़े कदम नहीं उठाए हैं। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि भारत सरकार आने वाले दिनों में अर्थव्यवस्था के लिए कोई ठोस कदम उठा सकती है।

 वहीं विश्व के अन्य दे भी अर्थव्यवस्था के लिए पैकेज के लिए ऐलान कर सकते हैं। जिसके कारण बाजार में आ रही गिरावट आने वाले दिनों में थम सकती है। लेकिन जानकार मानते हैं कि ऐसे बाजार में निवेशकों को संयम रखने की जरूरत है और बाजार से दूर रहना चाहिए। हालांकि मौजूदा बाजार निवेश के लिए अच्छा समय है और निवेशक छोटा छोटा निवेश करे। ताकि ज्यादा नुकसान न हो। लिहाजा एक ही बार में निवेश न करें। क्योंकि बाजार में मौजूदा कीमतों का फायदा उठाना चाहिए।