भोपाल। कोरोना वायरस की खौफनाक खबरों के बीच कुछ अच्छी खबरें की मन को राहत दे रही है।  जहां पर कोरोना से लड़ने के लिए कोरोना योद्धा अपने उत्कृष्ट कार्यों से आत्मविश्वास में इजाफा कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश में देखने को मिला, जहां पुलिस का एक जवान ड्यूटी में शामिल होने के लिए 20 घंटे तक पैदल चला। क्योंकि लॉकडाउन के कारण पूरे देश में यातायात बंद है। पुलिसकर्मी के इस समर्पण को देखते हुए जिले के एसपी ने उसकी सराहना की है।

जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के इटावा के रहने वाले दिग्विजय शर्मा मध्य प्रदेश के राजगढ़ में नौकरी करते हैं। वह पुलिस विभाग में कार्यरत हैं। पिछले दिनों वह छुट्टी पर घर आए थे और और इसी दौरान देशव्यापी तालाबंदी शुरू हो गई और इसके बाद उन्हें ड्यूटी पर आने का आदेश मिला। लेकिन समस्या ये थी कि वह राजगढ़ कैसे वापस जाएं। क्योंकि तालाबंदी के कारण देशभर में परिवहन सेवाएं बंद हैं। जिसके परेशान होकर शर्मा ने ड्यूटी में शामिल होने के लिए पैदल की चलने का फैसला किया है।

शर्मा उत्तर प्रदेश के इटावा से राजगढ़ करीब 450 किलोमीटर पैदल ही चले। वह रोजाना 20 घंटे चले। राजगढ़ पुलिस ने कांस्टेबल दिग्विजय शर्मा की काम के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए उन्हें कुछ दिनों तक आराम करने की सलाह दी क्योंकि लंबे समय तक पैदल यात्रा करने के बाद उनके पैरों की मांसपेशियों में दर्द हो गया था। शर्मा ने कहा कि वह 16 से 23 मार्च तक उत्तर प्रदेश के इटावा में अपनी बीए की परीक्षा में शामिल होने के लिए छुट्टी पर थे। लेकिन कोरोना के कारण परीक्षाएं स्थगित हो गई। लिहाजा अपने निरीक्षक से संपर्क कर उन्होंने 25 मार्च की सुबह इटावा से पैदल यात्रा शुरू की।

वह अपने यात्रा के दौरान 20 घंटे तक पैदल चले और इस दौरान उन्होंने कई लोगों से लिफ्ट ली। इस दौरान एक दिन उन्हें खाना भी नहीं मिला वहीं कुछ सामाजिक संगठनों ने उनकी यात्रा के दौरान उन्हें भोजन उपलब्ध कराया। वहीं राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रदीप शर्मा ने कहा कि उन्होंने कांस्टेबल की नौकरी के प्रति प्रतिबद्धता और समर्पण को देखते हुए सराहना पत्र दिया। इसके साथ ही वह राज्य के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखने जा रहे हैं ताकि कांस्टेबल को प्रशंसा पत्र दिया जा सके।