अपराधियों पर उत्तर प्रदेश पुलिस की सख्ती रंग ला रही है। खाकी का खौफ जरायम का पेशा करने वालों के सिर चढ़कर बोल रहा है। अपराधी कभी कोर्ट में सरेंडर कर के अपराध से तौबा कर रहे है तो कभी पुलिस की गोली का शिकार होकर अपाहिज हो रहे है।
मुज़फ्फरनगर: यहां 50 हजार का एक ईनामी बदमाश एनकाउंटर के डर से एसएसपी के पास पहुंचा और कहा कि मुझे गिरफ्तार कर लीजिए। इसका नाम विक्की राठी है। उसपर आरोप है कि उसने एक लाख के ईनामी बदमाश को पुलिस कस्टडी से फरार कराया था।
विक्की राठी खुद भी 50 हजारी है। जिसने पुलिस आफिस पहुँचकर एसएसपी के सामने सरेंडर कर दिया है ।एसएसपी ने विक्की राठी को गिरफ्तार करा पुलिस थाने मे भेज दिया है ।पुलिस अब पूछताछ के बाद कुछ और खुलासे भी कर सकती है ।
दरअसल 2 जुलाई 2019 को मिर्जापुर जेल से पेशी पर मुज़फ्फरनगर आए एक लाख के इनामी बदमाश रहे रोहित सांडू को वापस मिर्जापुर लौटते समय जानसठ कस्बे के निकट एक होटल पर खाना खाते टाइम कार सवार बदमाश पुलिस पर हमला करते हुए छुड़ा ले गए थे। बदमाशो के हमले में एक दरोगा दुर्ग विजय की गोली लगने से मौत हो गयी थी।
पुलिस ने इस पूरे रोहित सांडू फरारी कांड में जहां 6 बदमाशो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था वही फरार बदमाश 1 लाख के ईनामी रोहित सांडू सहित 4 बदमाशो को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था।जिसमे दो बदमाश अभी भी फरार चल रहे है।शुक्रवार को 50 हजार के इनामी विक्की राठी ने पुलिस आफिस पहुँचकर अपने आपको एसएसपी अभिषेक यादव के समक्ष सरेंडर कर दिया ।अपनी मेज के सामने खड़े युवक से एसएसपी ने उसकी समस्या पूछी तो उस युवक ने जैसे ही अपना नाम विक्की राठी बताया तो एसएसपी सकते में आ गए और पूछताछ करने लगे।
एसएसपी ने तुरन्त पुलिस को बुला कर विक्की को गिरफ्तार करा दिया ।विक्की पर 50 हजार का ईनाम है। पुलिस ने पूछताछ के बाद आज कोर्ट में पेश कर दिया।
एसएसपी अभिषेक यादव ने जानकारी देते हुए कहा कि यह जो रोहित सांडू वाला प्रकरण था जिसमें कुख्यात अपराधी रोहित सांडू फरार हुआ था इस पूरे प्रकरण में जो एक बदमाश विक्की राठी नाम का है जिस पर 50000 का इनाम भी था वह काफी दिनों से फरार चल रहा था हमारी टीम उसके लिए लगी हुई थी आज उसके द्वारा अभी मेरे ऑफिस में आकर के सरेंडर किया गया है और उस पर 50000 का इनाम था उस पूरे प्रकरण में यह भी वांछित चल रहा था इसके ऊपर पहले भी मर्डर के मुकदमे है दो-तीन साल पुराने जो पुराना यशपाल राठी मर्डर हुआ था उस समय भी और उसके बाद भी लगातार अपराधी गिरोह से इसके जुड़े होने के संकेत मिलते रहे और लगातार जो यहां पर गैंग काम करते हैं उन लोगों को यह फाइनेंशियल सपोर्ट करता रहा है आज उसने स्वयं आकर सरेंडर किया है।
Last Updated Aug 16, 2019, 7:52 PM IST