पाकिस्तान मूल के अमेरिकी डेविड कोलमैन हेडली पर शिकागो की जेल में हमला हुआ है। मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को हुए आतंकी हमले के लिए लश्कर-ए-तय्यबा के लिए रेकी करने वाला हेडली 8 जुलाई को हुए इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुआ है। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, वहां उसकी हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। 

पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर के लिए काम करने वाले हेडली को अमेरिका में 2016 में दोषी ठहराया गया था। उसे यहां शिकागो मेट्रो पॉलिटन करेक्शनल सेंटर में रखा गया था। भारतीय एजेंसियों का लंबे समय से कहना रहा है कि हेडली उर्फ दाऊद सैयद गिलानी अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए का डबल एजेंट था। वह लश्कर के लिए भी काम कर रहा था। जब अमेरिका ने उसे भारत को सौंपने से मना कर दिया तो इस थ्योरी को बल मिला। अमेरिका को संवेदनशील सूचनाओं के लीक होने का डर सता रहा था। हालांकि, बाद में राष्ट्रीय जांच  एजेंसी (एनआईए) को हेडली से पूछताछ की इजाजत मिल गई।

अमेरिका के एक पत्रकार गेराल्ड पोसनर ने ने लिखा है, '9/11 के बाद दुनिया में सुरक्षा काफी कड़ी कर दी गई थी। इसके बावजूद हेडली किसी तरह पाकिस्तान पहुंचने में सफल रहा। पाकिस्तानी मूल के हेडली का पाकिस्तान और अमेरिका आना-जाना (एक साल में चार यात्रा) लगा रहा। अमेरिकी एजेंसियों को उस पर नजर रखनी चाहिए थी।'

एक सूत्र के मुताबिक, शिकागो में हुए इस हमले के बाद भारतीय एजेंसियों का मानना है कि यह इस आतंकी के खिलाफ सीआईए के पास मौजूद साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश हो सकती है।