उत्तर प्रदेश के कन्नौज में चाकू से छलनी एक युवक की लाश बरामद की गई है। उसकी गला रेतकर हत्या की गई है। यह शव हत्या के 24 घंटे के बाद मिला है।
कन्नौज: बहन को दवा दिलाने जाते समय लापता हुए बलराम का शव दूसरे दिन लखनऊ से आई एसडीआरएफ ने निचली गंग नहर से खोज निकाला। बलराम की बेरहमी से हत्या करने के बाद शव को नहर में फेंका गया था। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। एसपी ने पूरे मामले में जल्द खुलासे की बात कही है।
बहन को छोड़कर गया था युवक
कन्नौज के थाना इंदरगढ़ क्षेत्र के गांव गसीमपुर निवासी 28 वर्षीय बलराम यादव पुत्र लायक सिंह रविवार सुबह छह बजे बहन विनती यादव के कहने पर दवा दिलाने बाइक से निकला था। उमर्दा में निचली गंग नहर के पुल के पास बलराम यादव को दो बाइक सवार व्यक्ति मिल गए। वह बहन को हेलमेट पकड़ा कर पांच मिनट के लिए वहां से चला गया। काफी देर तक न लौटने पर विनती ने लोगों को भाई के लापता होने की जानकारी दी। लेकिन कुछ भी पता नहीं लग सका।
जिसके बाद सुबह दौड़ लगाने वाले कुछ युवकों ने ठठिया क्षेत्र के गांव सरसौनपुर्वा के पास नहर में बाइक पड़ी देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पास में खून पड़ा देखकर छानबीन शुरू की थी। इसके बाद लखनऊ से आई एसडीआरएफ टीम ने दूसरे दिन सोमवार को करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद घटनास्थल से करीब 200 मीटर की दूरी पर नहर से बलराम का शव बरामद कर लिया। उसकी जेब में मोबाइल भी मिला है। परिजनों के मुताबिक बलराम के पास करीब तीन हजार रुपये थे। यह जेब में नहीं मिले हैं।
उधर बलराम का शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। हत्यारोपियों ने चाकू से गला रेतकर हत्या को अंजाम दिया था। इसके अलावा पेट में करीब 18 वार चाकू के मिले। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने परिवार की एक युवती को शक के घेरे में लेते हुए पूछताछ शुरू की है। एसपी अमरेंद्र प्रसाद ने बताया कि छानबीन की जा रही है। जल्द खुलासा कर जेल भेजा जाएगा। वहीं मृतक की मां सरोजनी ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है।
मृतक की बहन ने बताई पुलिस को यह बात
मृतक की बहन विनती पुलिस को यह नहीं बता सकी कि युवक बलराम को लेकर किस तरफ गए हैं। आधा घंटे तक बलराम के न लौटने पर विनती ने थोड़ा आगे जाकर पंचर की दुकान लगाए दुकानदार के फोन से तीन नंबर मिलाए थे। इनमें से सिर्फ एक नंबर पर बात हुई थी। इसके बाद वह लिफ्ट लेकर घर चली गई। मां को भाई के लापता होने की बात बताई। मां सरोजनी देवी के कहने पर विनती छोटी बहन के साथ फिर उमर्दा पुल पर आ गई। प्राथमिक पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को कई बातें नहीं बताई थीं।
सुनियोजित ढंग से रची थी हत्या की साजिश
बलराम की हत्या को फिल्मी स्टाइल में अंजाम दिया गया। बलराम के घर से निकलने की हत्यारों को पहले से जानकारी मिल गई थी। इससे वह साथ में चाकू लेकर आए थे। सुबह के दौरान उमर्दा पुल पर सन्नाटा होता है। इससे हत्यारों ने उसे वहीं रोक लिया। हत्यारे झांसा देकर नहर के किनारे सरसौनपुर्वा के पास ले गए। नहर के किनारे गई पगडंडी पर सुनसान स्थान पर ले जाकर चाकुओं से हत्या कर शव नहर में फेंक दिया।
Last Updated Sep 17, 2019, 5:14 PM IST