भारतीय वायुसेना इन हथियारों को अमेरिका, रूस और फ्रांस से खरीदने जा रही है जिनका नाम सुनकर ही दुश्मनों की रूह कांप जाएगी
भारतीय वायुसेना के लिए ये बेहद शानदार वक्त है। एयरफोर्स उन हथियारों को हासिल करने जा रही है जो अब तक उनके पास नहीं थे। अमेरिका, रूस और फ्रांस से खरीदे जा रहे इन हथियारों का नाम सुनकर ही दुश्मनों की रूह कांप जाएगी। ये चीन और पाकिस्तान के लिए बड़ी चेतावनी है।
जानिए इन पांच खतरनाक हथियारों को ―
राफ़ेल लड़ाकू विमान
राफेल अपनी पीढ़ी के दुनिया के सबसे उन्नत और सक्षम लड़ाकू विमानों में से एक है। भारतीय वायु सेना को चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर तैनात करने के लिए 36 युद्धक विमान मिल रहे हैं। 2,000 मील की मारक क्षमता वाले इन विमानों की तैनाती से वायुसेना में लड़ाकू विमानों की कमी भी दूर होगी।
एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली
एस-400 वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली रूस के द्वारा बनाई गई चौथी पीढ़ी की वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली है। यह 400 किलोमीटर दूर से ही दुश्मन के विमानों, बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों की पहचान कर उसे मार गिराता है। भारत को मिलने वाले एस-400 विमान उन विमानों से ज़्यादा कारगर हैं जो चीन को रूस से मिले हैं।
अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर
यह एक ऐसा कारगर हथियार होगा जो दुश्मनों के छक्के छुड़ा देगा। अमेरिका में बने अपाचे अटैक हेलिकाप्टर युद्ध के मैदान में खुद को साबित कर चुके हैं। इराक़ और अफ़ग़ानिस्तान में इसने ख़ूब नाम कमाया। भारतीय वायुसेना 2019 से 22 अपाचे को शामिल करने जा रही है।
चिनूक हेवीलिफ्ट हेलिकॉप्टर
अमेरिकी ट्विन-रोटर हेलिकॉप्टरों ने भी खुद को युद्ध के मैदान में साबित किया है। इसने वियतनाम, अफ़ग़ानिस्तान और इराक़ तक के युद्धक्षेत्र में अनगिनत उड़ानें भरी है। भारतीय वायुसेना इन 15 हेलिकाप्टरों को अपने बेड़े में शामिल करने जा रही है। यह लद्दाख और सियाचिन की ऊंचाइयों पर भारी तोपखाने बंदूकें को लेकर जा सकता है और सीमाओं पर तेज़ी से सैनिकों को पहुचाने में भी मदद कर सकता है।
हवा से हवा में मार करने वाली Meteor मिसाइल
यह बहुत ही घातक मिसाइल है जो हवा से हवा में मार करती है। यह विज़ुअल रेंज से बाहर 150 किलोमीटर तक निशाना लगा सकती है। इसके आने से भारतीय वायुससेना की ताकत काफी बढ़ जाएगी। इस तकनीक की मिसाइल न तो चीन के पास है और न ही पाकिस्तान के पास।
Last Updated Jun 26, 2018, 3:08 PM IST