नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चल रहे मौजूदा विवाद के बीच केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज सुबह लेह पहुंचे हैं। इस दौरान उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद हैं। गलवान घाटी में चीन से हुए विवाद के बाद लेह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है और इस दौरे के कई मायने भी हैं। इसके जरिए भारत ने जता दिया है कि भारत सरकार अपने सैनिकों के साथ खड़ी है और इसके जरिए चीन को कड़ा संदेश देने की कोशिश की गई है।

केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ आज सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे और सीडीएस बिपिन रावत पहुंचे। फिलहाल रक्षामंत्री लेह की फॉरवर्ड पोस्ट पर तैनात जवानों से मुलाकात करेंगे और इसके बाद सैन्य अफसरों के साथ बैठकर सीमा के हालत के बारे में जानकारी लेंगे। गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण रिश्तों के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के दौरे से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेह जा चुके हैं और अब रक्षामंत्री का लेह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भारतीय वायुसेना के विशेष विमान के जरिए दिल्ली से लेह के कुशक बाकुला रिंपोशे एयरपोर्ट पर पहुंचे। यहां लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल और सेना की 14वीं कोर के अफसरों ने उनका जोरदार स्वागत किया। उनके साथ सीडीएस विपिन रावत और सेना प्रमुख मनोज नरवणे भी थे। बताया जा रहा है कि रक्षामंत्री गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में घायल सैनिकों के साथ अस्पताल में मुलाकात करेंगे।

वहीं सीमा की स्थिति को लेकर वह सुरक्षा एजेंसियों और सैन्य अफसरों से अहम बैठक करेंगे। वहीं फॉरवर्ड इलाकों में जाकर रक्षा मंत्री वहां तैनात सेना के जवानों से हौसला बढ़ाएंगे। इसके बाद रक्षामंत्री श्रीनगर रवाना होंगे और राज्य में आतंकवाद को लेकर वरिष्ठ अफसरों से बातचीत करेंगे।