शराब नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में 2 घंटे तक सीएम अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की गई। उसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। यहां सवाल ये है कि वो तीन प्रमुख कारण कौन से थे, जो सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का कारण बन गए।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से देश की सियासत में भूचाल आ गया है। ED की टीम 10वें समन के साथ 21 मार्च की रात में केजरीवाल के घर पहुंची थी। जिसमें शराब नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में 2 घंटे तक उनसे पूछताछ की गई। उसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। उसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, लेकिन वहां सुनवाई होने से पहले ही ED एक्शन मोड में आ गई। यहां सवाल ये है कि वो तीन प्रमुख कारण कौन से थे, जो सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का कारण बन गए। MyNation Hindi आपको उन्हीं के बारे में बता रहा है।
सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तारी के प्रमुख कारण
- अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाले के एक आरोपी से फोन पर बात की। उन्होंने उससे कहा कि विजय नायर मेरा आदमी है, ट्रस्ट करो।
- नई शराब नीति के तहत आंध्र प्रदेश के एक सांसद से मुलाकात करके उन्हें केजरीवाल ने व्यापार करने का न्योता दिया। सांसद से जुड़े लोगों ने कारोबार शुरू भी किया था।
- नई शराब नीति कैसी बने, इस मीटिंग में सिसोदिया और अधिकारी सीएम केजरीवाल के सामने मौजूद थे।
ये सारे आरोप शराब घोटाले के प्रकरण में ED की चार्जशीट में लगाए गए हैं। ED ने अपने आरोपों में जुटाए गए साक्ष्यों के बारे में जो सुबूत इकट्ठा किए थे। उन्हीं के आधार पर दो घंटे की पूछताछ के बाद ये गिरफ्तारी की ई है। झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन समेत कईयों को सलाखों के पीछे भेज चुकी ED की अरविंद केजरीवाल के रूप में भी ये बड़ी गिरफ्तारी है। जिसके पीछे की कहानी जानने को सब इच्छुक हैं।
ED दे चुकी थी इन-इन तारीखों पर सीएम केजरीवाल को 10 समन
सीएम अरविंद केजरीवाल को ED ने पहला समन 2 नवंबर 2023 को भेजा था। जिसे उन्होंने गैरकानूनी बताया था। उसके बाद जांच एजेंसी ने सीएम केजरीवाल को 21 दिसंबर 2023, 3 जनवरी, 18 जनवरी, 2 फरवरी, 19 फरवरी, 26 फरवरी और 4 मार्च, 21 मार्च को समन भेजा। परंतु सीएम केजरीवाल पेश नहीं हुए। उल्टा केंद्र सरकार पर ED के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाते रहे। इस दौरान, केजरीवाल दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे और अंतरिम राहत देने के लिए याचिका दायर की। 21 मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट ने ED से सबूत मांगे और अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया। हाईकोर्ट के फैसले के कुछ देर बाद ही ED के 12 अफसरों की टीम 10वां समन लेकर दिल्ली के सीएम आवास पर पहुंच गई। जहां शाम 7 बजे से तलाशी ली गई। उसके बाद रात रात 9 से 9.30 बजे के बीच उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
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Last Updated Mar 22, 2024, 11:27 AM IST