धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आयोजन स्थल पर खुद दूल्हा-दुल्हन का स्वागत किया। जयमाला की रस्म के बाद मेहमानों ने जोड़ों को आशीर्वाद दिया। बाकायदा मंडप में शादी हुई। सात फेरे हुए। जोड़ों को शादी में 157 तरह के उपहार दिए गए। दूल्हों को बाइक दी गई। रामायण और गीता जैसे ग्रंथ भी उपहार में शामिल थे।
मध्य प्रदेश न्यूज: बागेश्वर धाम, छतरपुर में शुक्रवार को पंचम विवाह महोत्सव में 156 कन्याओं का विवाह हुआ। पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नव विवाहित जोड़ों का आशीर्वाद दिया। विदाई का दृश्य आंखे नम कर देने वाला था। शास्त्री से लिटपकर बहनें रोने लगीं। विधि विधान के साथ शुभ मुहूर्त में यह शादियां कराई गईं।
नव विवाहित जोड़ों को 157 तरह के उपहार
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आयोजन स्थल पर खुद दूल्हा-दुल्हन का स्वागत किया। जयमाला की रस्म के बाद मेहमानों ने जोड़ों को आशीर्वाद दिया। बाकायदा मंडप में शादी हुई। सात फेरे हुए। जोड़ों को शादी में 157 तरह के उपहार दिए गए। दूल्हों को बाइक दी गई। रामायण और गीता जैसे ग्रंथ भी उपहार में शामिल थे। नव विवाहित जोड़े आयोजन से बहुत खुश थे।
2025 में 251 निर्धन कन्याओं का विवाह
जानकारी के अनुसार, इस साल 156 जोड़ों की शादी कराने वाले बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अगले साल यानी 2025 में 251 निर्धन कन्याओं का विवाह कराएंगे। उनका कहना है कि अगले साल उपहार के रूप में मोटरसाइकिल देने के बजाए जोड़ों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाएगी ताकि ज्यादा से ज्यादा निर्धन कन्याओं का विवाह कराया जा सके।
विवाह आयोजन में मदद को सरकार तैयार
बागेश्वर धाम में आयोजित सामूहिक कन्या विवाह समारोह में मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव भी शामिल हुए। उन्होंने आयोजन की तारीफ करते हुए कहा कि यदि बागेश्वर महाराज सरकार चाहें तो विवाह आयोजन के लिए सरकार मदद को तैयार है। समारोह में शामिल होकर जीवन धन्य हो गया। यहां सनातन संस्कृति की झलक दिखती है। उन्होंने जोड़ों को आशीर्वाद भी दिया।
खजुराहो के मंदिरों में पूजा के लिए अमित शाह को लिख रहें पत्र
सीएम मोहन सिंह ने खजुराहो के मंदिरों का जिक्र करते हुए कहा कि पुरातत्व की दृष्टि से वहां पूजा रोकी गई थी। इस सिलसिले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखेंगें कि यदि उन मंदिरों में पूजा शुरु हो सके तो ठीक रहेगा। सरकार इसका रास्ता निकालन चाहती है। लोगों का भी ऐसा आग्रह है। खजुराहो के हर मंदिर में पूजा की व्यवस्था की जाएगी।
Last Updated Mar 9, 2024, 9:32 PM IST