भोपाल। फिलहाल मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर छाए संकट के बादल छंट गए हैं। कहा जा रहा है कि कांग्रेस के चार विधायक वापस भोपाल वापस आ गए हैं। वहीं कहा जा रहा है कि राज्य में अन्य चार अन्य विधायक भी वापस आ जाएगे। वहीं बसपा विधायक भी वापस कांग्रेस खेमे में आ गई हैं। जिसके बाद ये तय हो गया है कि फिलहाल राज्य की कांग्रेस सरकार पर किसी भी तरह का खतरा नहीं है।  


मंगलवार को भोपाल से लेकर दिल्ली तक राज्यसभा चुनाव को लेकर जमकर ड्रामा हुआ।  कांग्रेस के आठ विधायक समेत बसपा की एक विधायक दिल्ली के पास गुरुग्राम के होटल में पहुंचे। जिसके बाद कांग्रेस ने दावा किया कि भाजपा ने उनसे विधायकों को अपने खेमे में कर लिया है और उसके कमलनाथ सरकार के चार मंत्री दिल्ली पहुंची वहीं इन मंत्रियों के पूर्व सीएम भी गुरुग्राम के होटल में पहुंचे जहां से ये चार विधायक वापस भोपाल लौट आए हैं।

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दावा कि भाजपा राज्यसभा चुनाव के लिए राज्य के कांग्रेस विधायकों को खरीद रही है।  यही नहीं इसके जरिए वह राज्य सरकार को अस्थिर कर रही है। हालांकि अब विधायकों के लौटने के बाद राज्य सरकार को किसी भी तरह का खतरा नहीं है। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा राज्य में कर्नाटक की तर्ज पर राज्य में 'ऑपरेशन कमल' चला रही है। ताकि राज्य में कमलनाथ  सरकार गिर जाए। दिग्विजय सिंह का दावा है कि भाजपा ने उसके विधायकों को बंधक बनाया हुआ था।

इन विधायकों में बिसाहू लाल सिंह और हरदीप सिंह डूंग प्रमुख हैं। वहीं दिग्विजय सिंह का कहना था कि बसपा विधायक रमा बाई और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा को भी भाजपा ने बंधक बनाया था। वहीं भाजपा का कहना है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने ही अंतर्कलह से ग्रसित है और अपने आप गिर जाएगी। इसके लिए किसी सरकार को गिराने की जरूरत नहीं है।