कांग्रेस नेता और राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके दिग्विजय सिंह आजकल डरे हुए हैं और इसके लिए उन्होंने कई दिलों से भोपाल में डेरा डाला हुआ है. दिग्विजय एक दिन पहले कई बार विधायकों से मिलने होटल गए और फिर वापस चले आए. जबकि निर्दलीय विधायकों से उनकी मुलाकात नहीं हो पायी. असल में दिग्विजय सिंह के मन में कमलनाथ की सरकार को लेकर डर बना हुआ है.

असल में राज्य के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को लगता है कि भाजपा सोमवार से होने वाले विधानसभा सत्र में हार्स ट्रेडिंग कर सकती है.  लिहाजा वह निर्दलीय विधायकों को लेकर डरे हुए हैं. क्योंकि पिछले दिनों कमलनाथ ने अपनी सरकार के मंत्रीमंडल में किसी निर्दलीय विधायक को शामिल नहीं किया और निर्दलीय ने मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह से दूरी बनाकर कर रखी. ऐसा माना जा रहा है कि निर्दलीय विधायक कमलनाथ सरकार से नाराज हैं.

हालांकि राज्य सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं है फिर भी दिग्विजय सिंह भाजपा और निर्दलीय विधायकों को लेकर डरे हुए हैं. लिहाजा कल उन्होंने कई बार निर्दलीय विधायकों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका संपर्क नहीं हो पाया. राज्य में मायावती भी एक मामले में राज्य सरकार को धमकी दे चुकी हैं. राज्य में कांग्रेस की सरकार सपा-बसपा औ निर्दलीय विधायकों के समर्थन से चल रही है.

राज्य की नई सरकार का पहला विधान सभा सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और हॉर्स ट्रेडिंग की खबरों से सियासी गलियारों में राज्य का माहौल गर्मा रहा रहा है.  कांग्रेस राजधानी की बाहरी हिस्सों के होटलों में रुके अपने विधायकों को एकजुट करने में जुटी रही. जिन विधायकों पर कांग्रेस को आशंका है कि वे अध्यक्ष के चुनाव में क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं, शनिवार को दिग्विजय उनसे ही बात करते रहे. 

वहीं कांग्रेस सरकार में शामिल दो निर्दलीय विधायकों केदार डाबर और विक्रम सिंह राणा से दिनभर संपर्क करने की कोशिश हुई, पर देर रात तक दोनों विधायकों से संपर्क नहीं हो सका. हालांकि दिग्जिजय सिंह के भाजपा पर हार्स ट्रेडिंग करने के आरोप को भाजपा ने पूरी तरह से नकार दिया पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कांग्रेस सरकार अल्पमत की है. हमने पहले ही दिन स्पष्ट कर दिया था कि भाजपा सरकार नहीं बनाएगी.