वीडियोकॉन ग्रुप को हजारों करोड़ रुपये कर्ज देने और धोखाधड़ी के मामले में फंसी आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने फिर तलब किया है। ईडी ने दोनों आरोपियों के साथ ही उनके भाई राजीव को दिल्ली में अपना बयान दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।

ईडी ने चंदा कोचर को 3 मई को दिल्ली में तलब किया है जबकि उनके भाई राजीव और पति दीपक को 30 अप्रैल को इस मामले में जांच अधिकारी के सामने पेश होने का आदेश दिया है। ईडी ने इन दोनों आरोपियों को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपने बयान दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। ईडी ने आज बैंक, चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को समन जारी किया है।

जानकारी के मुताबिक जांच अधिकारी ने उन्हें निजी और आधिकारिक वित्तीय जानकारी देने को कहा है। जांच अधिकारी इससे जुड़े दस्तावेज चाहते हैं ताकि जो दावे कोचर और अन्य आरोपी कर रहे हैं, उसकी पुष्टि की जा सके। गौरतलब है कि चंदाकोचर ने बैंक के एमडी और सीईओ रहते हुए विडियोकॉन ग्रुप को करीबी तीन हजार करोड़ रुपये का कर्ज दिया था. इसका अधिकांश हिस्सा बाद में एनपीए घोषित कर दिया गया।

 विडियोकॉन ग्रुप ने बैंक से कर्ज मिलने के बाद चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को पैसा ट्रांसफर किया था। जिसकी जांच एजेंसियां कर रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई ने चंदाकोचर, दीपक कोचर और विडियोकॉन ग्रुप के एमडी वेणुगोपाल धूत के खिलाफ मामला दर्ज किया है और जांच एजेंसियां उनसे पूछताछ कर रही हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तीनों के खिलाफ नोटिस जारी किए गए हैं ताकि ये लोग देश छोड़कर न जा सकें। कुछ दिन पहले ही ईडी की टीम ने चंदा कोचर और धूत के आवास और दफ्तरों में छापे मारे थे और उसके बाद से ईडी दोनों से लगातार पूछताछ कर रही है। इस मामले के सामने आने के बाद चंदा कोचर को बैंक से इस्तीफा देना पड़ा था।