नई दिल्ली--अगस्ता वेस्टलैंड मामले में गिरफ्तार कथित बिचौलिए क्रिश्चयन मिशेल की परेशानी आने वाले समय में और बढ़ सकती है। सीबीआई के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय मिशेल को रिमांड पर लेने की तैयारी में है। 

प्रवर्तन निदेशालय ने पटियाला हाउस कोर्ट के स्पेशल जज अरविंद कुमार के यहां अर्जी दायर कर रिमांड की मांग की है। जिसपर सुनवाई के बाद कोर्ट ने मिशेल को पेशी के लिए वारंट जारी किया है। मिशेल शनिवार को कोर्ट में पेश होगा। 

वही कोर्ट मिशेल कि जमानत याचिका पर 22 दिसंबर को पटियाला हाउस कोर्ट फैसला सुनायेगा। जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान मिशेल के वकील कहा था कि वह 15 दिन की सीबीआई हिरासत के दौरान जांच में सहयोग कर रहा था। 

मिशेल पहले ही सीबीआई की मांग पर पांच महीनों के लिए दुबई में हिरासत में रखा गया। सीबीआई उन्हीं तथ्यों और उन्हीं आरोपों पर केस को आगे बढ़ा रही है जिनमें इटली की कोर्ट आरोप मुक्त कर चुका है। हम जमानत की हर शर्त मानने को तैयार है। 

इस केस में कोर्ट ने दूसरे आरोपियों को जमानत दे चुकी है। जिसका सीबीआई के वकील ने जमानत का विरोध किया। कहा आरोपी बेहद प्रभावशाली है, जिसके संबंध मंत्रालय के लोगों, नौकरशाहों और नेताओं से है, इनमें में कई मामले में गवाह है।

बता दें कि मिशेल को संयुक्त अरब अमीरात में गिरफ्तार किया गया था। उसे 4 दिसंबर को भारत को प्रत्यर्पित किया गया था। अदालत ने अब तक मिशेल को 14 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज चुका है। मिशेल इस सौदे में शामिल तीन बिचौलियो में से एक है। इस मामले की जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय कर रहे है। अन्य दो आरोपी गुइदो हास्के और कार्लो गेरोसा हैं।