प्रवर्तन निदेशालय ने डाबर के निदेशक प्रदीप बर्मन की 20.8 करोड़ की संपत्ति और एम्मार एमजीएफ के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर श्रवण गुप्ता की 10.28 करोड़ की जमीन जब्त कर ली है। 

 यह कार्रवाई ‘फेमा’ कानून  के तहत की गई है। 

यह दोनों मामले 628 भारतीयों की उस सूची से जुड़े हैं, जिनका एचएसबीसी की जिनेवा शाखा में खाता है। यह सूची भारत को 2007 में फ्रांस की सरकार से मिली थी।
 
ईडी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि डाबर के बर्मन की संपत्ति को इसलिए जब्त किया गया है, क्योंकि उन्होंने 32.12 लाख डॉलर (23 करोड़ से अधिक) ज्यूरिख स्थित एचएसबीसी की शाखा में जमा करने के बाद इसकी जानकारी आयकर विभाग को नहीं दी थी।

वहीं श्रवण गुप्ता के खिलाफ की गई कार्रवाई पर ईडी ने कहा कि उन्होंने स्विटजरलैंड में एचएसबीसी बैंक में 15,40,650 अमेरिकी डॉलर (11 करोड़ से अधिक) जमा कर रखे थे। गुप्ता ने 2006-07 की अवधि के दौरान भारत में दायर आयकर रिटर्न में यह राशि भी नहीं दिखाई थी, जो फेमा कानूनों का उल्लंघन है।

बिजवासन इलाके में गुप्ता की 10.27 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की कृषि भूमि को कुर्क कर लिया गया है। जो कि विदेश में रखी गयी संपत्ति के बराबर मूल्य की है।