अमरावती।  आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलगू देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को मुश्किल का सामना करना पड़ा। वाईएसआरसीपी और टीडीपी कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के बाद उन पर विशाखापत्तनम हवाई अड्डे पर जमकर अंडे, टमाटर और जूते चले। हवाई अड्डे से बाहर दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर विवाद हुआ। 

तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को विशाखापत्तनम हवाई अड्डे पर पुलिस ने हिरासत में लिया। असल में नायडू अपनी दो दिवसीय 'प्रजा चैतन्य यात्रा' (लोग जागृति यात्रा) पर लगभग 11.45 बजे हवाई अड्डे पर उतरे और कुछ दलितों के साथ बातचीत करने के लिए शहर के पेंडुर्थी क्षेत्र का दौरा करने वाले थे। यहां पर उनके काफिले को हजारों वाईएसआरसी कार्यकर्ताओं ने "गो बैक नायडू" के नारे लगाते हुए रोक दिया। इसके बाद दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच युद्ध जैसी स्थिति हो गई थी। हवाई अड्डा जल्द ही टीडीपी कार्यकर्ता और वाईएसआर कांग्रेस के बीच युद्ध का मैदान बन गया था। इसके बाद दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में झड़पें हुईं। 

वाईएसआर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि नायडू को विशाखापत्तनम जाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं क्योंकि वह वैकल्पिक राजधानी का विरोध कर रहे हैं। इसके बाद  वाईएसआरसी कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले पर अंडे, टमाटर और जूते फेंकेऔर नायडू के काफिले को आगे नहीं बढ़ने दिया। इसके बाद नायडू को अपनी कार तक पहुंचने में दो घंटे तक का इंतजार करना पड़ा। असल में अमरावती से कार्यकारी राजधानी को स्थानांतरित करने के विरोध में विशाखापत्तनम के लोग नायडू से नाराज हैं। इस पूरे प्रकरण के बाद नायडू ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी और अपनी 'यात्रा' को जारी रखने के लिए कानूनी सहारा लेगी। गौरतलब है कि राज्य में जगन मोहन रेड्डी और चंद्रबाबू नायडू के बीच राजधानी को लेकर जमकर विवाद चल रहा है।