लखनऊ।  बहराइच जिले के किसान सोमवर्धन पांडेय वर्षों से पौधों की सेवा कर रहे हैं। आज, उन्होंने बोनसाई कला को अपनाकर एक समृद्ध बगिया बनाई है। इसके साथ ही वह सालाना 3 लाख रुपये तक कमा रहे हैं।  सोमवर्धन पांडे बहराइच के एक किसान हैं, जिन्होंने 20 वर्षों से संयंत्र में बोन्साई कला को अपनाकर एक समृद्ध बगीचा बनाया है।

उनका कहना है कि बोनसाई कला चीन की है, जापान ने इसे नई तकनीक से लैस किया है। इसके जरिए हम अपने घर की छत पर 164 साल तक एक पौधा रख सकते हैं। आप महानगरों में प्रदूषित हो रही हवा को ठीक कर सकते हैं। बहराइच के मिहींपुरवा कस्बे के निवासी सोमवर्धन पांडे कहते हैं कि उनके पिता की खेती में दिलचस्पी थी। पिता की प्रेरणा से उन्होंने फोर्कलिफ्ट के साथ बोन्साई कला को बढ़ावा देना शुरू किया।

सोमवर्धन का कहना है कि वह प्लांट को बोन्साई बना रहा है और पूरे भारत में इसे ऑनलाइन बेच रहा है। इससे उन्हें साल में ढाई से तीन लाख रुपये की कमाई होती है। इस किसान का कहना है कि लोगों को कम जमीन मिल रही है। पौधे कम पड़ रहे हैं। प्रदूषण बढ़ रहा है, इसलिए इस बोनसाई कला को अपनाकर, महानगर के लोगों को अपनी छतों पर इस कला का उपयोग करके पेड़ लगाने चाहिए ताकि पर्यावरण शुद्ध हो सके। उनका कहना है कि किसानों को भी इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए और खेती में नए प्रयोगों के माध्यम से इसका व्यवसाय करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं।