वाराणसी. देश के पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली की अस्थियां काशी में गंगा में प्रवाहित कर दी गईं।  जेटली का परिवार इसके लिए काशी पहुंचा था। महानगर कार्यालय में श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद काशी के पंडितों ने पूरे विधि विधान के साथ अस्थि विसर्जन की पूजा कराई। जिसके बाद जेटली के बेटे एक नाव में सवार होकर गंगा की धारा के बीच में पहुंचे और अपने पिता की अस्थियां विसर्जित की।   

रविवार की  सुबह गोलोकवासी अरुण जेटली की धर्मपत्नी संगीता जेटली, बेटी सेनाली व बेटा रोहन जेटली अस्थि कलश लेकर बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे थे। यहां से अस्थि कलश को नीचीबाग स्थित भाजपा महानगर कार्यालय पर लाया गया। जहां भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कलश महाश्मशान मणिकर्णिका घाट लाया गया। जहां पूजन के बाद अस्थियां गंगा की मध्य धारा में विसर्जित की गईं।  

अस्थि विसर्जन के दौरान कई भाजपा नेता भी मौजूद रहे। इसके लिए घाट पर ही विशिष्‍ट तैयारियां सुबह से ही पूरी कर ली गई थीं। अरुण जेटली के परिवार से उनकी पत्नी, बेटा, बेटी और दामाद उनके साथ ही लगभग 20 सदस्य वाराणसी पहुंचे हैं।

अरुण जेटली के अस्थि कलश को गॉड ऑफ ऑनर भी दिया गया।