नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। वह दिल्लीे के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती थे। भाजपा के लिए एक ये बड़ी क्षति है। कुछ दिन पहले ही भाजपा दिग्गज नेता सुषमा स्वराज का भी निधन हो गया था।

अरूण जेटली की निधन की खबर को सुनकर भाजपा के नेता एम्स पहुंच रहे हैं। आज दोपहर 12बजकर सात मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।  वह शुक्रवार से एम्स में भर्ती थे। हालांकि उनसे पहले भी उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में स्थिति में सुधार को देखते हुए उन्हें घर भेज दिया गया। पिछले दिनों उनका स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए राष्ट्रतति रामनाथ कोविद, पीएम नरेन्द्र मोदी समेत कई दिग्गज नेता एस्स पहुंचे थे।

अरुण जेटली को सांस लेने में दिक्क त के कारण एम्स  में भर्ती कराया गया था। जेटली काफी समय से एक के बाद एक बीमारी से लड़ रहे थे और इसके कारण उन्होंने लोकसभा चुनाव, 2019 का चुनाव भी नहीं लड़ा और न ही वह कैबिनेट में शामिल हुए। जेटली को भाजपा का संकट मोचक कहा जाता है।

जब अरूण जेटली का स्वास्थ्य खराब था तो उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि वह चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकते हैं। लिहाजा उन्हें जिम्मेदारियों से हटा दिया। लिहाजा चुनाव से पहले वित्त मंत्री के तौर पर पीयूष गोयल ने बजट पेश किया। उन्हेंे अप्रैल, 2017 में एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां वह डायलसिस पर थे।

इसके बाद दिल्ली के एम्स में उनका किडनी ट्रांसप्लांहट हुआ। लिहाजा केन्द्र में फिर से नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद निर्मला सीतारमण को वित्तमंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी। अरुण जेटली रेयर कैंसर की बीमारी से ग्रसित थे और वह अपना इलाज कराने के लिए अमेरिका भी गए थे।