जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले के अरहामा गांव में आतंकियों द्वारा जम्मू-कश्मीर पुलिस को निशाना बनाकर किए गए एक बड़े हमले में चार जवान शहीद हो गए। आतंकी जवानों के हथियार भी लूटकर ले गए हैं। जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकियों ने जवानों से लूटी गई राइफलों की तस्वीरों को भी सोशल मीडिया पर डाला है। 

सूत्रों ने 'माय नेशन' को बताया, जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान अरहामा गांव में एक पुलिस वाहन को ठीक करने वाले दल के साथ गए थे। तभी यह हमला हुआ। गंभीर रूप से घायल जवानों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन सभी ने दम तोड़ दिया। शहीद पुलिसकर्मियों की पहचान कांस्टेबल इशफाक अहमद मीर, कांस्टेबल मोहम्मद इकबाल मीर, कांस्टेबल जाविद अहमद भट और एसपीओ आदिल मंजूर भट के रूप में हुई है। पुलिस ने पूरे इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है। आतंकियों की तलाश की जा रही है। 

आतंकी जम्मू-कश्मीर पुलिस को निशाना बनाकर लोगों में दहशत फैलाना चाहते हैं। इससे पहले ईद के दिन भी आतंकियों ने तीन अलग-अलग वारदात में तीन स्थानीय पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी।

माय नेशन'  से बात करते हुए डीजीपी एसपी वैद ने कहा था कि आतंकी चोरों की तरह पुलिस के जवानों हमला कर रहे हैं। अगर वे सामने आकर हमला करें तो जम्मू कश्मीर पुलिस होने मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।

दरअसल, कश्मीर में आतंकियों के सफाए के लिए चल रहे ऑपरेशन ऑलआउट में सुरक्षा बलों को मिल रही लगातार सफलता से आतंकवादी संगठन बौखला गए हैं। यही वजह है कि अब जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को निशाना बनाया जा रहा है। आतंकियों की कोशिश पुलिसकर्मियों का मनोबल तोड़ने और स्थानीय लोगों को पुलिस की मदद न करने के लिए चेताने की है। इस साल, अभी तक लगभग 35 पुलिसकर्मी आतंकी हमलों में जान गंवा चुके हैं।