नई दिल्ली। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव के बीच भारतीय सेना लद्दाख में खुद को मजबूत करने में जुटी है। इसके तहत फ्रांस से बेहद शक्तिशाली राफेल विमानों को बुलाया गया था। इसके साथ ही घरेलू स्तर पर मिसाइल और विमान भी विकसित किए जा रहे हैं। इसके तहत स्वदेशी मल्टीरोल जेट तेजस अब स्वदेशी  एस्ट्रा मिसाइल ’लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है, जो ध्वनि की गति से चार गुना तेज हवा से हवा में मार करने में सक्षम है। जल्द ही, इन शक्तिशाली मिसाइलों को तेजस में तैनात किया जाएगा। तेजस विमानों के साथ एस्ट्रा का उड़ान परीक्षण जल्द ही किया जाएगा।

स्वदेशी 'एस्ट्रा मिसाइल', जो हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है, लगभग 3.8 मीटर लंबी और 7 इंच चौड़ी है। मीडिया रिपोर्टों में, सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इस शक्तिशाली मिसाइल हथियार को तेजस से जोड़ा गया है। साथ ही, ग्राउंड लेवल पर उनका ट्रायल भी पूरा हो चुका है। यह मिसाइल ध्वनि की गति से चार गुना सटीक बैठती है। ऐसे में उसका बचना लगभग नामुमकिन है। अब अगले कुछ महीनों में तेजस विमान और एस्ट्रा मिसाइल के उड़ान परीक्षण की योजना है।

स्वदेशी 'एस्ट्रा' मिसाइल, जो हवा से हवा में मार करने वाली है, लगभग 3.8 मीटर लंबी और 7 इंच चौड़ी है। मिसाइल का वजन 154 किलोग्राम है। यह शक्तिशाली स्वदेशी मिसाइल रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा डिजाइन की गई है। यह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बना है।

एस्ट्रा मिसाइल की खासियत यह है कि यह मिसाइल किसी भी मौसम में सटीक हमला कर सकती है। यह अधिकतम 100 किमी की दूरी तक दुश्मन पर सटीक हमला करने में सक्षम है। सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि DRDO 'एस्ट्रा' मिसाइल भी बना रहा है जो 350 किमी की दूरी तक वार कर सकती है। इसका नाम 'एस्ट्रा' मार्क -3 होगा।